जिला अस्पताल - 400 बेड का कोविड आइसोलेशन फुल, बाहर घूमते रहे मरीज

District Hospital - 400 Bed Covid Isolation Full, Patients Walking Outside
जिला अस्पताल - 400 बेड का कोविड आइसोलेशन फुल, बाहर घूमते रहे मरीज
जिला अस्पताल - 400 बेड का कोविड आइसोलेशन फुल, बाहर घूमते रहे मरीज

- 200 बेड का नया आइसोलेशन बनाने की तैयारी
- नर्सिंग हॉस्टल के लिए बनाई गई बिल्डिंंग का चयन
- अब चार नंबर गेट से ही होगी कोविड मरीजों की एंट्री
डिजिटल डेस्क
  छिंदवाड़ा। जिला अस्पताल में कोविड मरीजों के लिए बनाया गया 400 बेड का आइसोलेशन वार्ड फुल हो गया है। अब यहां मरीजों को रखने की जगह नहीं है। जिला प्रशासन नया आइसोलेशन वार्ड बनाने की तैयारी कर रहा है लेकिन अब तक इसके प्राथमिक प्रयास ही शुरू हो पाए हैं। जिले में कोरोना संक्रमण तेजी से फैला है। हर दिन मरीजों की संख्या बढ़ रही है और जिला अस्पताल में अब नए मरीजों को एडमिट करने की जगह ही नहीं है। जिला अस्पताल में अब तक केवल 400 बेड का ही आइसोलेशन वार्ड तैयार किया गया था जो फुल है। यहां 441 मरीज भर्ती हैं। जिले के दूसरे विकासखंडों से रेफर मरीज एम्बुलेंस में ही घंटों पड़े रहने को मजबूर हैं। इन मरीजों के लिए जैसे-तैसे व्यवस्था बनाई जा रही है। हालांकि संक्रमण की भयावह स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन ने 200 से 250 बेड का नया आइसोलेशन वार्ड बनाने की तैयारी की है।
दो कोविड आईसीयू और दो एसएनसीयू में 50 मरीजों की व्यवस्था
जिले में अब तक गंभीर मरीजों के लिए के लिए दो आईसीयू वार्ड में 10-10 बेड की व्यवस्था है। इसी आईसीयू में 5 वेंटिलेटर भी हैं। इसके अलावा दो एनएनसीयू में 30 बेड हैं। इनको मिलाकर ही 400 बेड की व्यवस्था है। हालांकि सभी बेड में ऑक्सीजन लगाने की स्थाई और वैकल्पिक व्यवस्था बनाई गई है।
कोविड मरीजों को हर दिन लग रही 2200 लीटर ऑक्सीजन
जिले में कोविड मरीजों के हर बेड पर ऑक्सीजन की व्यवस्था की गई है। ऑक्सीजन की प्रतिदिन खपत कोविड आइसोलेशन में लगभग 2200 लीटर है। हालांकि प्रशासन ने ऑक्सीजन का पर्याप्त स्टॉक कर रखा है। जिसे जरूरत पडऩे पर उपयोग किया जाता है।
बेड खाली नहीं बाहर घूमते रहे दर्जन भर मरीज
जिला अस्पताल में अब आईसोलेशन वार्ड में बेड खाली नही हैं। यहां हर दिन जिले के दूरस्थ अंचलों से गंभीर मरीज पंहुच रहे हैं लेकिन उन्हें आईसोलेशन में भर्ती होने के लिए ही घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। रविवार को ही लगभग 12 मरीज बाहर से रेफर होकर आए, जो अस्पताल में बाहर घूमते रहे, बाद में उन्हें भर्ती किया जा सका है।

Created On :   5 April 2021 5:42 PM IST

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