गांवों में नाकारा कर्मचारियों की खैर नहीं, उड़नदस्ते ने पकड़ा तो नप जाएंगे

Do not work, you will run away, Flying Squad Formation
गांवों में नाकारा कर्मचारियों की खैर नहीं, उड़नदस्ते ने पकड़ा तो नप जाएंगे
गांवों में नाकारा कर्मचारियों की खैर नहीं, उड़नदस्ते ने पकड़ा तो नप जाएंगे

डिजिटल डेस्क, नागपुर। जिला पंचायत के अधीन गांवों में तैनात कर्मचारी अगर अपनी जिम्मेवारियों से कतराते पाए गए और उड़नदस्ते ने उन्हें देख लिया तो जिला परिषद की स्थायी समिति सख्त कार्रवाई करेगी। जिला परिषद के अंतर्गत कार्यालयों पर नजर रखने के लिए उड़नदस्ते का गठन करने का निर्णय लिया गया है। 5 सदस्यों का दस्ता रोज किसी एक गांव का अचानक दौरा कर ग्राम पंचायत, आंगनवाड़ी, स्कूल, जिला परिषद के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों की जांच करेगा। इसकी रिपोर्ट हर महीने, स्थायी समिति की बैठक में पेश की जाएगी।

शुक्रवार को लिए गए फैसले के बाद जिला परिषद अध्यक्ष निशा सावरकर ने बताया कि सभा में उड़नदस्ते के लिए 125 कर्मचारियों का चयन करने के निर्देश दिए हैं, जिनमें पांच सदस्यों का एक दस्ता बनाया जाएगा। इसमें 1 अधिकारी और 4 कर्मचारी होंगे। एक दस्ता महीने में केवल 1 दिन गांवों का दौरा कर जांच रिपोर्ट, हर महीने स्थाई समिति को रिपोर्ट सौंपेगा। हर रोज दस्ते के सदस्यों को बदला जाएगा। प्रशासन को दस्ते के Planning की रिपोर्ट एक महीने में तैयार कर, आगामी स्थायी समिति की सभा में पेश करने के निर्देश दिए गए हैं। 

29 हजार स्टूडेंट्स के नहीं खुले बैंक खाते

Uniform grant सीधे स्टूडेंट्स के बैंक खाते में जमा करने के सरकार ने निर्देश हैं। परंतु अभी तक जिले में 29 हजार स्टूडेंट्स के खाते नहीं खोले जाने की जानकारी स्थायी समिति को मिली है। जिले में 73 हजार 373 स्टूडेंट्स Uniform के लाभार्थी हैं। जिन स्टूडेंट्स के बैंक खाते खोले गए हैं, उनके खाते में रकम जमा करने की प्रक्रिया शुरू होने की जानकारी दी गई। हालांकि कितने स्टूडेंट्स को रकम अदा की गई, इसका जवाब अधिकारी नहीं दे पाए।

कृषि अधीक्षक पर कार्रवाई की मांग

जिला कृषि अधीक्षक पर जिला परिषद को असहयोग करने के आरोप में कलेक्टर से शिकायत कर कार्रवाई करने की मांग स्थाई समिति की बैठक में सदस्यों ने की। जिला परिषद की बैठकों में अनुपस्थिति, महाबीज के खराब बीजों की जांच में लापरवाही, किसानों के लाभ की योजनाओं में मनमानी बरतने, जिला परिषद को कृषि से संंबंधित जानकारी उपलब्ध करने में टालमटोल आदि मुद्दे उठाए गए। इन विषयों पर चर्चा कर सर्वसम्मति से कलेक्टर से कृषि अधीक्षक की शिकायत करने का निर्णय लिया गया।

Created On :   11 Aug 2017 5:14 PM IST

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