जिला अस्पताल में मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर भी देंगे सेवाएं

Doctors of Medical College will also provide services in district hospital
जिला अस्पताल में मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर भी देंगे सेवाएं
जिला अस्पताल में मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर भी देंगे सेवाएं

डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा। मेडिकल कॉलेज डीन और जिला अस्पताल सीएस के बीच समझौता पत्रक (MOU) पर हस्ताक्षर हुए हैं। अब जिला अस्पताल में आने वाले मरीजों को मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों की सेवाएं भी मिल पाएगी। हालांकि MCI की टीम का अभी तक निरीक्षण न हो पाने से इस सत्र से शुरू होने वाली मेडिकल कॉलेज प्रवेश प्रक्रिया पर प्रश्न चिन्ह लगा हुआ है। 

जिला अस्पताल के ट्रामा यूनिट में चिकित्सकीय और शैक्षणिक सेवाओं में मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल के बीच आपसी समझौते को लेकर इकरारनामा साइन किया गया। इसी के साथ अस्पताल में पदस्थ चिकित्सकों और मेडिकल स्टाफ द्वारा आगामी समय में किए जाने वाले कार्यों को डीन द्वारा पढ़कर सुनाया गया। MOU के साथ ट्रामा यूनिट में मेडिकल काउंसिल की पहली बैठक का भी आयोजन किया गया। जिसमें सभी डॉक्टर शामिल हुए और MCI के निरीक्षण की तैयारियों को लेकर चर्चा की गई। 

विदिशा के बाद छिंदवाड़ा में सबसे अधिक ज्वाईनिंग- 
प्रदेश में बन रहे सात नए मेडिकल कॉलेजों में से विदिशा के बाद छिंदवाड़ा मेडिकल कॉलेज में स्टाफ की सबसे अधिक ज्वाईनिंग हुई है। डीन डॉ.रजा ने बताया कि मेडिकल कॉलेज के लिए 54 स्टाफ ने ज्वाईनिंग दी है। इनमें प्रोफेसर, असिस्टेंट प्रोफेसर, ट्यूटर शामिल है। बुधवार को 23 हेड ऑफ द डिपार्टमेंट के साथ नए स्टाफ की बैठक आयोजित की गई। 

तैयारी पूरी, MCI का इंतजार- 
जिला अस्पताल और टीबी सेनेटोरियम परिसर में तैयार हो रही मेडिकल कॉलेज बिल्डिंग का लगभग 60 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। अब मेडिकल कॉउंसिल ऑफ इंडिया के निरीक्षण का इंतजार है। डीन डॉ.रजा के मुताबिक MCI पहली प्राथमिकता दतिया, विदिशा, रतलाम और खंडवा को दे रही है। यहां निरीक्षण के बाद छिंदवाड़ा का निरीक्षण किया जाएगा। संभवत: माह के अंत तक निरीक्षण हो सकता है। 

प्रवेश प्रक्रिया के लिए MCI की हरीझंडी जरुरी- 
छिंदवाड़ा में मेडिकल कॉलेज में वर्ष 2018 से प्रवेश प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी की जा रही थी। लेकिन अभी तक MCI का निरीक्षण नहीं हो सका है। MCI की हरिझंडी के बिना प्रवेश प्रक्रिया संभव नहीं है। वहीं मई माह में नीट की परीक्षा है। इस वजह से छात्रों को मेडिकल कॉलेज में प्रवेश के लिए अगले शैक्षणिक सत्र तक इंतजार करना होगा। 

इन बिंदुओं पर हुए समझौते 
- कॉलेज के छात्रों को अस्पताल में चिकित्सकीय कार्य के साथ शिक्षण कार्यों मेंअनुमति।
- जिला अस्पताल में सेवाएं, इंफ्रास्ट्रक्चर एवं सप्लाई पर दोनों विभाग अधीक्षकों का नियंत्रण होगा।
- चिकित्सा शिक्षा विभाग के शैक्षणिक, चिकित्सकीय, पैरामेडिकल, नर्सिंग एवं अन्य संवर्गों पर डीन का नियंत्रण रहेगा।
- OPD और ओटी यूनिटवार आवंटन होगा। जिस यूनिट की OPD होगी, उसी यूनिट का स्टाफ इमरजेंसी ड्यूटी करेगा।
- जिला अस्पताल के डॉक्टर पोस्टमार्टम करेंगे। चिकित्सा शिक्षा का स्टाफ जरुरत पडऩे पर सहयोग करेगा।

 

Created On :   20 April 2018 7:57 AM GMT

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