डॉ पवार ने डॉक्टरों और नर्सों के लिए एनईएलएस पाठ्यक्रमों का शुभारंभ किया

डि़जिटल डेस्क, नई दिल्ली। केन्द्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री डॉ भारती पवार ने बुधवार को डॉक्टरों, नर्सें और पैरामेडिक्स के लिए नेशनल इमरजेंसी लाइफ सपोर्ट (एनईएलएस) पाठ्यक्रमों का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होने कहा कि अब तक देश में स्वास्थ्य देखभाल पेशेवरों को विदेशी मॉड्यूल और सशुल्क पाठ्यक्रमों पर निर्भर रहना पड़ता था, जो महंगे होने के साथ साथ हमारे जनसंख्या परिद्श्य की जरूरतों और प्राथमिकताओं पर विचार किए बिना एक सीमित आपात स्थिति के लिए थे। डॉ पवार ने कहा कि ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ नीति को साकार करते हुए डॉक्टरों, नर्सों और पैरामेडिक्स के प्रशिक्षण के लिए यह मानकीकृत पाठ्यक्रम भारतीय संदर्भ के अनुकूल देश में ही विकसित आपातकालीन जीवनरक्षक सेवाएं प्रदान करता है। उन्होने कहा कि सरकार कोविड-19 और गैर कोविड आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं के वितरण को निरंतर रूप से सुदृढ़ करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिसका लक्ष्य चिकित्सा आपात स्थितियों के प्रबंधन के लिए तैयारियों की क्षमता को बढ़ाने के माध्यम से दीर्घकालिक बनाना है औश्र मूल्यवान जीवन के नुकसान को कम करना है। डॉ पवार ने कहा कि समय की मांग है कि देश के किसी भी हिस्से में किसी भी आघात पीड़ित की देखभाल के लिए प्रौद्योगिकी द्वारा सक्षम एक विश्वस्तरीय, कुशल, पेशेवर और एकीकृत प्रणाली का भारत में निर्माण किया जाए।
Created On :   18 May 2022 10:11 PM IST