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पेयजल जल मामला : अपनी ही सरकार के निर्णय का कांग्रेसियों ने किया विरोध

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा/पांढुर्ना। जिले के दूसरे बड़े पांढुर्ना शहर की पेयजल व्यवस्था के लिए 15 साल से प्रस्तावित कामठीकलां जलाशय की योजना में अचानक बदलाव करने से नगर में बवाल मच गया है। नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के प्रमुख अभियंता प्रभाकांत कटारे द्वारा स्थानीय नगर पालिका के सीएमओ को इस संदर्भ में पत्र भेजा गया है। पत्र के अनुसार नगर पालिका पांढुर्ना की जल प्रदाय योजना के लिए राज्य शासन ने अब मोहगांव जलाशय से पानी लाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। सरकार के इस निर्णय का भाजपा सहित का्रग्रेस ने भी पुरजोर विरोध किया है।
प्रदेश सरकार ने पांढुर्ना शहर में पेयजल के लिए कामठीकलां जलाशय के स्थान पर मोहगांव जलाशय पर इंटकवेल निर्माण एवं रॉ-वाटर राईजिंग आदि कार्यों के लिए 20 करोड़ रुपए की सैद्धांतिक स्वीकृति दी है। 17 जनवरी को जारी पत्र के अनुसार इस नई योजना के क्रियान्वयन के लिए प्रशासकीय स्वीकृति प्राप्त करने, नगरपालिक अधिनियम, अन्य तथ्यों और नगरीय निकाय के वित्तीय हित संबंधी, प्रस्तावित कार्य के लिए भूमि स्वामियों की अनापत्ति प्रमाण पत्र, परिषद पीआईसी-एनआईसी का संकल्प आदि कार्रवाई पहले नगर पालिका को सुनिश्चित करनी होगी। यह पत्र चार दिन पहले नगर पालिका कार्यालय में पहुंच गया था।
नपा परिषद ने किया पुरजोर विरोध
जल संसाधन विभाग के प्रमुख अभियंता का पत्र मिलते ही नगर पालिका कार्यालय में बवाल मच गया। शुक्रवार को ही परिषद का विशेष सम्मेलन बुलाने के लिए सूचना जारी की गई। सोमवार की दोपहर छह विषयों के साथ परिषद का विशेष सम्मेलन हुआ। सभी सदस्यों ने एक स्वर में कहा कि हम कामठीकलां जलाशय का ही निर्माण चाहते हैं।
कांग्रेस कमेटी ने भी जताया विरोध
इस आदेश का कांग्रेस कमेटी ने भी विरोध किया है। ब्लाक कांग्रेस के समन्वयक विश्वास कांबे, प्रतिपक्ष नेता ताहीर अहमद पटेल, वरिष्ठ नेता ओम पटेल सहित अन्य कांग्रेसियों ने प्रेसवार्ता में कहा कि हम इस निर्णय का विरोध करते है।
भाजपा ने बताया दुर्भावनापूर्ण निर्णय
भाजपा के वरिष्ठ नेता और नगर पालिका उपाध्यक्ष अरूण भोसले ने कहा कि यह मुख्यमंत्री का दुर्भावनापूर्ण निर्णय है। चूंकि गत विधानसभा चुनाव में शहर में कांग्रेस की करारी हार हुई है। इसलिए अब वे शहरवासियों को प्यासा रखना चाहते हैं। यदि राज्य शासन ने अपना निर्णय वापस नहीं लिया, तो हम हर स्तर पर आंदोलन करेंगे।
इनका कहना है..
यह दुर्भाग्यपूर्ण और अव्यवहारिक निर्णय है। परिषद का लक्ष्य है कि कामठीकला में ही जलाशय का निर्माण कार्य हो। आज परिषद की बैठक में सभी सदस्यों ने यह बात दोहराई। हम सीएम कमलनाथ से मिलकर एक बार और इस संबंध में अनुरोध करेंगे। इसके बाद भी यदि राज्य शासन का निर्णय नहीं बदलता है, तो हम जनता की मंशा अनुरूप सड़कों पर आकर अनुशासनित तरीके से जनता की बात रखेंगे।
- प्रवीण पालीवाल, अध्यक्ष, नपा परिषद पांढुर्ना
यह पांढुर्ना की जनता के साथ धोखा है। यहां की जनता पंद्रह वर्षों से कामठीकलां जलाशय के निर्माण का इंतजार कर रहे हंै। इस साल पेयजल की गंभीर स्थिति है। लगभग 90 प्रतिशत पूर्ण हो चुकी योजना में बदलकर मोहगांव जलाशय से पाइप लाइन डालने की सैद्धांतिक तक स्वीकृति का पत्र जारी करना जनता का अपमान है। यदि शीघ्र ही जलाशय निर्माण नहीं होता है, तो नागरिकों के हित हम बड़ा आंदोलन करेंगे।
- राजू रेवतकर, अध्यक्ष, नगर मंडल भाजपा।
Created On :   22 Jan 2019 1:27 PM IST