वर्धा में ड्रायपोर्ट से विदर्भ के लोगों का विकास होगा : सीएम फडणवीस

Dry port in Wardha will give a boost to the development of Vidarbha region
वर्धा में ड्रायपोर्ट से विदर्भ के लोगों का विकास होगा : सीएम फडणवीस
वर्धा में ड्रायपोर्ट से विदर्भ के लोगों का विकास होगा : सीएम फडणवीस

डिजिटल डेस्क,वर्धा। विदर्भवासियों को ढेरों सौगात देते हुए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सिंदी रेलवे के ड्रायपोर्ट की आधार शिला रखी। सीएम ने कहा कि ड्रायपोर्ट का पहला चरण एक साल में तैयार हो जाएगा। ड्रायपोर्ट तथा सेवाग्राम के विकास प्रारूप के तहत किए जाने वाले कार्यों के ई-भूमिपूजन समारोह में सीएम ने कहा कि हैरिटेज टूरिज्म से महात्मा गांधी की कर्मभूमि सेवाग्राम को विश्व स्तर पर पहचान मिलेगी। उन्होंने ड्रायपोर्ट के निर्माण से आयात-निर्यात को गति मिलने के साथ ही विदर्भ के किसान व उद्योजकों के अच्छे दिन आने की बात कही। कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री नितीन गड़करी की मौजूदगी में जिले में करीब 5 हजार करोड़ की विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी गई।

किसानों के आएंगे अच्छे दिन
सीएम ने कहा कि अंचल के किसान अपने उत्पाद विदेश भेजकर लाभान्वित हो सकेंगे। मिहान कार्गो हब के साथ ही बूटीबोरी से वर्धा व वर्धा से यवतमाल के बीच बनने वाली फोरलेन की सड़कें अंचल के विकास का मार्ग प्रशस्त करेंगी।   नागपुर के मिहान कार्गो हब के साथ ही बूटीबोरी से वर्धा तथा वर्धा से यवतमाल के बीच बनाए जा रहे फोरलेन की वजह से विदर्भ के किसानों और उद्योजकों के अच्छे दिन आएंगे। सिंदी रेलवे में ड्रायपोर्ट के निर्माण से मिलने वाली प्रत्यक्ष सुविधाओं के चलते विदर्भ के किसान और उद्योजक अपने उत्पाद सीधे विदेश भेज सकेंगे। इससे यहां आयात-निर्यात को गति मिलेगी। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में देश में लागू GST तथा इन दिनों राज्य में बड़ी तेजी से विकसित किए जा रहे रास्तों के नेटवर्क को व्यापार व्यवसाय के लिए मुफीद बताया। 

 सिंचाई सुविधा पर फोकस जरूरी : गडकरी
केंद्रीय मंत्री गडकरी ने किसानों की स्थिति में सुधार के लिए सिंचाई सुविधाओं पर गंभीरता से ध्यान दिए जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि सिंचाई क्षेत्र को 18 फीसदी से बढ़ाकर 40 फीसदी किया जाएगा। साथ ही महात्मा गांधी के सपनों के भारत निर्माण का संकल्प लेते हुए वे बोले कि आगामी समय में खादी ग्रामोद्योग को प्रोत्साहित करने के साथ ही विश्वस्तर पर मांग को मद्देनजर रखते हुए जूट, रेशम, कपास, बांबू व लिनेन के कच्चे माल से सूत और सूत से कपड़ा तैयार करने के क्षेत्र में संशोधन किया जाएगा, ताकि ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार के अधिकाधिक अवसर पैदा किए जा सकें।

Created On :   3 Oct 2017 12:31 PM IST

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