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RTE एडमिशन में फिर सामने आई खामियां, लड़कों के स्कूल में दे दिया लड़की को प्रवेश

डिजिटल डेस्क, कामठी(नागपुर)। सरकार द्वारा सर्व शिक्षा अभियान अंतर्गत RTE प्रवेश प्रक्रिया शुरू है, जिसके अंतर्गत गरीब बच्चों को अच्छे स्कूल में शिक्षा हासिल करने का मौका देने का प्रावधान है, लेकिन प्रशासन की गलती के कारण पात्र छात्रा RTE प्रवेश से वंचित रह गई। इस छात्रा का ऐसे स्कूल में नंबर लगा, जहां केवल लड़कों को ही प्रवेश दिया जाता है। अभी तक इस लड़की का प्रवेश किसी भी स्कूल में निश्चित नहीं होने से पेरेंट्स भी परेशान हैं।
स्कूल खुल गए, परिजन चिंतित
RTE अंतर्गत कामठी शहर के भीमनगर निवासी धनश्री पूनमचंद श्यामकुंवर नामक छात्रा का कक्षा पहली के लिए वडोदा के श्री स्वामी नारायण गुरुकुल इंटरनेशनल हाईस्कूल में चयन हुआ है, लेकिन यह शाला केवल लड़कों की होने से स्कूल प्रबंधन ने उसे प्रवेश देने से मना कर दिया है। प्रशासन की गलती के कारण RTE अंतर्गत प्रवेश के लिए पात्र होने के बावजूद धनश्री प्रवेश से वंचित रह गई।
शैक्षणिक सत्र 2018-19 अंतर्गत सभी स्कूल शुरू हो चुके हैं, जिससे बालिका के परिजन उसके स्कूल जाने को लेकर चिंतित हैं। बच्चों को नि:शुल्क और अनिवार्य शिक्षा के अधिकार के तहत ऑनलाइन प्रवेश प्रक्रिया 31 मई तक राज्यभर में चलाई गई, जिसके अनुसार कामठी तहसील की 35 शालाओं में 416 स्थानों के लिए 25 प्रतिशत सीट के लिए ऑनलाइन प्रवेश प्रक्रिया की। ड्रा के तीसरे राउंड में भीमनगर की धनश्री का श्री स्वामी नारायण गुरुकुल इंटरनेशनल हाईस्कूल में नंबर लगा।
वैकल्पिक व्यवस्था करने का आश्वासन मिला
धनश्री और उसके माता-पिता जब 22 जून की दोपहर 12 बजे प्रवेश के लिए स्कूल में गए, तो पहले सुरक्षा रक्षक ने उन्हें रोक दिया और बताया कि यह लड़कों का स्कूल है। यहां लड़कियों को प्रवेश नहीं दिया जाता। यह सुनते ही धनश्री और उसके माता-पिता के होश उड़ गए। उसके बाद उन्होंने शाला प्रबंधन से बात की, तो उन्हें बताया गया कि प्रशासन की गलती से यह सब हुआ है। यह स्कूल केवल लड़कों के लिए है। यहां लड़कियों का प्रवेश वर्जित है।
इस संबंध में धनश्री के माता-पिता ने पंचायत समिति शिक्षा विभाग के अधिकारियों को आपबीती सुनाई, तो उन्होंने भी लड़कों का स्कूल होने की बात कही। धनश्री की वैकल्पिक व्यवस्था करने का आश्वासन शिक्षा विभाग ने दिया है।
Created On :   6 July 2018 2:01 PM IST