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बारिश के कारण जिले में नहीं हो पाया अच्छे बीजों का उत्पादन
डिजिटल डेस्क, नागपुर। जिले में इस बार बारिश के कारण सोयाबीन के अच्छे बीज का उत्पादन नहीं हो सका है। वर्ष 2020-21 में 90.80 हेक्टेयर भूमि पर करीब 36 बीज उत्पादक किसानों ने महाबीज विभाग के साथ मिलकर बीज उत्पादन की कोशिश की थी। हालांकि बाकी जिलों में कुछ हद तक अच्छे बीज का उत्पादन हुआ है। राज्य सरकार के अंतर्गत काम करने वाला महाबीज विभाग किसानों को मदद कर बाजार में अच्छे दर्जे के बीज लाने का काम करता है। इसके लिए विभाग द्वारा सभी जिलों में गांव-गांव जाकर बीज उत्पादक किसानों को चुना जाता है। उसके बाद उन्हें अच्छे बीज उत्पादन के लिए बुआई से लेकर पौधों का जतन करना सिखाया जाता है। नागपुर जिले में तुअर, धान और सोयाबीन के बीज का उत्पादन किया जाता है। बीज उत्पन्न होने के बाद उसे महाबीज विभाग की मदद से प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजा जाता है।
इस बार 306 हेक्टेयर पर लगाई फसल
महाबीज विभाग की ओर से इस साल वर्ष 2021-22 के लिए नागपुर जिले में कुल 306 हेक्टेयर जमीन पर 154 बीज उत्पादक किसानों ने सोयाबीन लगाने के लिए पंजीकरण करवाया है। ऐसे में नए साल में अच्छे बीज मिलने की उम्मीद की जा रही है
प्रमाणित होने के बाद बेचा जाता है
जब वहां से गुणवत्ता पूर्ण बीज का प्रमाणपत्र मिलता है, तब विभाग इन बीजों को बेचने के लिए बाजार में भेजता है। इससे सोयाबीन की फसल लेने वाले किसान खरीद कर अच्छी फसल लेते हैं। गत वर्ष की बात करें तो नागपुर जिले में 36 किसानों द्वारा अच्छे बीज के लिए 90.80 हेक्टेयर भूमि पर सोयाबीन की बुआई की गई, जो बारिश के कारण खराब हो गई। इससे एक क्विंटल भी सोयाबीन के बीज बाजार में नहीं आ सके हैं। अधिकारियों की मानें, तो बारिश के कारण इसकी उपज ठीक से नहीं हो पाई है।
बारिश ने बर्बाद किया
एम.वी. परांजपे, जिला बीज प्राधिकरण अधिकारी के मुताबिक जिले में इस साल 306 हेक्टेयर में सोयाबीन बीज उत्पादन के लिए 154 किसानों ने पंजीकरण करवाया है। गत वर्ष की बात करें, तो 36 बीज उत्पादकों की ओर से 90.80 हेक्टेयर में बीज लगाए गए थे, लेकिन बारिश के कारण 2 हेक्टेयर में भी फसल की पैदावार नहीं हो सकी है।
Created On :   18 Nov 2021 7:21 PM IST