बंदरों की उछल-कूद और आंधी के कारण सोलर पैनल में टूट-फूट

Due to the jumping of monkeys and thunderstorms in the solar panels
बंदरों की उछल-कूद और आंधी के कारण सोलर पैनल में टूट-फूट
परेशानी बंदरों की उछल-कूद और आंधी के कारण सोलर पैनल में टूट-फूट

डिजिटल डेस्क, नागपुर. जिला परिषद स्कूलों को कनेक्शन कट होने की नौबत से बचाने के लिए पहले चरण में 2 साल पूर्व 278 स्कूलों में सोलर सिस्टम लगाए गए। जबकि दो महीने पहले सोलर सिस्टम चालू होने पर स्कूल रोशन हुए। सोलर सिस्टम लगने के बाद सोलर नेट मीटर लगाने के लिए पहले बकाया बिल भुगतान करने की महावितरण की शर्त है। अनेक स्कूलों का बिजली बिल बकाया रहने से सोलर नेट मीटर लगाने की प्रक्रिया ठंडे बस्ते में पड़ी रही। स्कूलों काे बकाया बिजली बिल भुगतान करने में विलंब हुआ। जैसे-तैसे बकाया भुगतान किया गया, उसके बाद लोड बढ़ाने की तकनीकी समस्या और सोलर नेट मीटर के लिए ऑनलाइन मंजूरी प्रक्रिया पूरी करने की दिक्कतों का सामना करना पड़ा। सोलर सिस्टम लगाने के बाद दो साल तक यह प्रक्रिया चली। दो साल पहले स्कूलों में लगाए गए सोलर सिस्टम दो महीने पहले चालू हुए। खास बात यह है कि सोलर सिस्टम चालू हुए अधिकांश स्कूलों का बिजली बिल बकाया रहने से कनेक्शन कट हुए थे। सोलर सिस्टम चालू होने पर स्कूल रोशन हुए हैं।

डीपीडीसी से निधि हुई थी मंजूर

जिला परिषद स्कूलों में सोलर सिस्टम लगाने के लिए 3 साल पहले तत्कालीन ऊर्जा मंत्री और पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने डीपीडीसी से 278 स्कूलों में सोलर सिस्टम लगाने के लिए 4 करोड़, 28 लाख रुपए मंजूर किए थे। सोलर पैनल मेडा के माध्यम से लगाए गए।

कितने सिस्टम चालू-बंद प्रशासन बेखबर

दो साल पहले सोलर पैनल लगे और दो महीने पहले सिस्टम चालू हुए। उसमें से अधिकांश सोलर पैनल की टूट-फूट हो जाने से चालू नहीं हो पाए। कितने स्कूलों में सोलर सिस्टम चालू नहीं हुए, इस बात से जिला परिषद प्रशासन बेखबर है। शुक्रवार को जिप शिक्षण समिति की बैठक में कितने स्कूलों में सोलर सिस्टम चालू-बंद है, इसका प्रशासन की ओर से जवाब नहीं मिला। बेखबर प्रशासन को पंचायत समिति से ब्योरा मांगने के निर्देश दिए गए।

टूट-फूट गए सोलर पैनल

इस बीच अनेक स्कूलों में सोलर पैलन की टूट-फूट हो गई। जो सोलर पैनल सही सलामत रहे, उन स्कूलों में दो महीने पहले सिस्टक चालू हुए। आज भी अनेक स्कूलों में सोलर सिस्टम बंद चालू नहीं हो पाए। जंगल से सटे गांवों में बंदरों की उछल-कूद और आंधी के कारण सोलर पैनल की टूट-फूट हुई बताई जाती है। जिला परिषद के शिक्षा विभाग ने स्कूलों से बंद पड़े सोलर सिस्टम का ब्योरा मांगा है। मेडा को पत्र भेजकर बंद पड़े सोलर सिस्टम चालू करने का अनुरोध करने की शिक्षा विभाग के सूत्रों ने जानकारी दी।

Created On :   26 Jun 2022 5:55 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story