ब्रांडेड सामान बदलकर लोगों को थमाते थे डुप्लीकेट माल, मामला दर्ज

Duplicate goods used to replace with branded goods, case filed
ब्रांडेड सामान बदलकर लोगों को थमाते थे डुप्लीकेट माल, मामला दर्ज
ब्रांडेड सामान बदलकर लोगों को थमाते थे डुप्लीकेट माल, मामला दर्ज

डिजिटल डेस्क, नागपुर। ब्रांडेड सामान बदलकर लोगों को डुप्लीकेट माल थमाकर लाखों की अफरातफरी का मामला उजागर हुआ है। एक नामचीन कंपनी के कर्मचारियों पर ग्राहकों के माल पर हाथ साफ करने का आरोप है। घटित प्रकरण उजागर होने के बाद आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। 

नेताजी नगर निवासी भोजराज माकडे (35) डिपोंडो लॉजेस्टिक प्रा. लिमिटेड कंपनी में नागपुर और कोल्हापुर शहर में टीम लीडर हैं। एमझॉन कंपनी के जरिए जो लोग विविध वस्तु ऑनलाइन खरीदते हैं। उन वस्तुओं को ग्राहकों तक पहुंचाने का काम डिपोंडो कंपनी करती है। कंपनी के डिलीवरी बॉय नरेश कडू (32) जरीपटका, आकाश निमजे (24)  पांचपांवली, यशवंत  धार्मिक (21)  शांतिनगर और रूपेश सुधाकर सावरकर (25) इतवारी निवासी है।

इन आरोपियों ने 2 मई से 26 नवंबर 2018 के बीच पार्सल में आया हुआ माल ग्राहकों तक पहुंचाने के बजाय पार्सल खोलकर उसमें से ओरिजन वस्तु निकाल लिया और और उसके स्थान पर नकली माल पार्सल में सील बंद कर ग्राहकों को थमा देते थे। चुराया  हुआ ब्रांडेड माल किसी और को बेच देते थे। घटित प्रकरण से अभी तक आरेापियों ने 7 लाख 63 हजार 273 रुपए के माल की अफरा-तफरी की है। इस बीच एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी जारी है। आरोप है कि यह काम कंपनी से जुड़े किसी व्यक्ति ने किया और डिलीवरी बॉय लपेटे में आ गए है। इस बीच प्रकरण दर्ज किया गया है। जांच जारी है। 

बैंक मैनेजर बनकर झांसा, 10 हजार की चपत
प्रतापनगर थानांतर्गत एटीएम कार्ड धारक महिला को अज्ञात आरोपी ने बैंक मैनेजर बनकर झांसा दिया और करीब 10 हजार रुपए का चूना लगा दिया। पुलिस के अनुसार गोपाल नगर प्रतापनगर निवासी अश्विनी सुरेश कामडी ने प्रतापनगर थाने में धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने पुलिस को बताया कि नवंबर 2018 को जब दोपहर में वह घर पर अकेली थीं, तब उनके मोबाइल फोन पर एक अपरिचित व्यक्ति ने फोन किया।  फोन करने वाले अज्ञात आरोपी ने अश्विनी से कहा कि वह इलाहाबाद बैंक का मैनेजर बात कर रहा है। अश्विनी से उसने कहा कि तुम्हारा एटीएम कार्ड ब्लाॅक हो गया है। उसने अश्विनी को झांसा देकर उससे बैंक संबंधी जरूरी जानकारी हासिल कर लिया। उसके बाद अश्विनी के मोबाइल फोन पर आया ओटीपी नंबर भी हासिल कर लिया। ओटीपी नंबर मिलने के बाद आरोपी ने उसके बैंक खाते से करीब 10 हजार रुपए निकाल लिया। यह बात पता चलने पर अश्विनी ने प्रतापनगर थाने में शिकायत की। पुलिस मामले की जांच कर रही है। 
 


 

Created On :   15 May 2019 3:28 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story