EVM पर जनता का विश्वास बढ़ाने की कवायद, गांव-गांव जाएंगे चुनाव अधिकारी

EC officials will go to villages for raising trust on EVM
EVM पर जनता का विश्वास बढ़ाने की कवायद, गांव-गांव जाएंगे चुनाव अधिकारी
EVM पर जनता का विश्वास बढ़ाने की कवायद, गांव-गांव जाएंगे चुनाव अधिकारी

डिजिटल डेस्क, मुंबई। इलेट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) को लेकर राजनीतिक दलों की तरफ से पैदा किए अविश्वास के चलते आम आदमी भी इसे संदेह की नजर से न देखे इसके लिए चुनाव आयोग के अधिकारी गांव-गांव EVM लेकर जाएंगे। मतदान के प्रति जागरुक करने और EVM को लेकर विश्वास बनाए रखने के लिए लोकसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग के अधिकारी गांव-गांव जाकर लोगों को EVM की कार्य प्रणाली समझाएंगे। बीते लोकसभा चुनाव में विपक्ष की करारी हार के बाद राजनीतिक दलों के वरिष्ठ नेता गाहे-बगाहे EVM को लेकर संदेह जताते रहे हैं। कई नेता यह आरोप लगा चुके हैं कि EVM के साथ छेड़छाड़ कर सत्ताधारी दल इसका लाभ ले रहा है। मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने भाजपा छोड़ सभी दलों को पत्र लिख कर EVM का विरोध करने और फिर से बैलेट पेपर से चुनाव कराए जाने की मांग को लेकर एकजुट होने की अपील की है। जबकि चुनाव आयोग लगातार कहता रहा है कि EVM से मतदान पूरी तरह सुरक्षित हैं।

अब किसी भी तरह के संदेह को खत्म करने के लिए चुनाव  आयोग ने भविष्य़ में होने वाले सभी चुनावों में वीवीपैट वाली EVM मशीनों का ही इस्तेमाल करने का फैसला किया है। इससे मतदाता को एक पर्जी पर यह दिखाई देगा कि उन्होंने किस चुनाव चिन्ह के लिए मतदान किया है। केंद्रीय चुनाव आयोग के एक अधिकारी ने बताया कि मतदान प्रतिशत बढ़ाने और EVM के प्रति आम मतदाताओं में विश्वास बनाए रखने के लिए लोकसभा चुनाव के पहले हमारे अधिकारी-कर्मचारी गांव-गांव में जाकर लोगों को EVM से मतदान का प्रदर्शन दिखाएंगे। इस दौरान मतदाताओं को बताया जाएगा कि EVM मशीन किस तरह सुरक्षित हैं और इसे किसी भी तरह टेंपर नहीं किया जा सकता। अधिकारी ने कहा कि हमें उम्मीद है कि इससे मतदान प्रतिशत बढ़ाने में भी मदद मिलेगी। चुनाव दर चुनाव लोगों की मतदान में रुचि घट रही है। 

चुनाव खिलाडियों पर करेंगे भरोसा
मतदान के प्रति जागरुकता पैदा करने के लिए चुनाव आयोग सेलिब्रेटी की मदद लेता है। सुप्रसिद्ध मराठी फिल्म सैराट से चर्चा में आए रिंकू राजगुरु और आकाश तोसर को चुनाव आयोग ने अपना ब्रांड एंबेसडर  बनाया था। लेकिन ये दोनों हाल में ही मनसे में शामिल हो गए। राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी कार्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अब हम फिल्म वालों की बजाय खिलाडियों को ब्रांड एंबेसडर बनाना चाहते हैं। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर, दिलीप बेंगसरकर और रवि शास्त्री जैसे पूर्व क्रिकेटरों के नाम पर भी विचार चल रहा है लेकिन इनकी व्यस्ताओं के चलते इनको ब्रांड एंबेसडर बनाना मुश्किल लग रहा है। इस लिए हम राही सरनोबत और वीरधवल खाडे जैसे ओलंपियन के नाम पर विचार कर रहे हैं। अधिकारी ने कहा कि हमें ऐसे चहरो की तलाश हो जो फिलहाल राजनीति में जाने की इच्छा नहीं रखते।  

लोकसभा चुनाव       महाराष्ट्र में मतदान       कुल मतदान (प्रतिशत)

 2014                    60.32                        66.44
 2009                    50.73                        58.21
 2004                    54.38                        58.07
 1999                    60.96                        59.99

 

Created On :   22 Oct 2018 1:35 PM GMT

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