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कम बारिश का दिख रहा असर, 18 बड़े जलाशयों में 28%, तो तोतलाडोह में सिर्फ 17% पानी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। इस बार कम बारिश का असर अभी से जलाशयों में देखा जा रहा है। महानगर को जलापूर्ति करने वाले तोतलाडोह जलाशय में सिर्फ 17 प्रतिशत पानी शेष है। इसके अलावा नागपुर विभाग के 18 बड़े जलाशयों में सिर्फ 28 पानी प्रतिशत बचा है। फरवरी में ही जलाशयों में जलभंडारण की भीषण स्थिति बन गई है। जुलाई तक इन जलाशयों के भरोसे ही लोगों की प्यास बुझानी है। ऐसे में नागपुर महानगरपालिका समेत सभी निकाय संस्थाओं के सामने पानी नियोजन का संकट खड़ा हो गया है। फिलहाल मनपा ने अपने पुराने जलस्रोतों को पुनर्जीवित करने का निर्णय लिया है, लेकिन यह प्यास लगने पर गड्ढे खोदने जैसा है। हाल में इसे स्थायी समिति की बैठक में मंजूर किया गया है। निविदा सहित अन्य प्रक्रियाओं में और दो महीने का वक्त लगने की संभावना है। ऐसे में लोगों को इन योजनाओं का फायदा मिलेगा भी, इसकी संभावना कम ही है। नतीजतन, शहर में जलसंकट और गहराने की आशंका जताई गई है।
पेंच से अतिरिक्त पानी देने पर पहले से ही है आपत्ति
महानगर के लिए संकट इसलिए भी बढ़ा है, क्योंकि महाराष्ट्र जलसंपत्ति नियामक प्राधिकरण ने पेंच प्रकल्प से महानगरपालिका को अतिरिक्त पानी देने पर आपत्ति जताई है। मनपा के लिए 190 एमएमक्यूब पानी के दो तरह के आरक्षण हैं। 112 घन मिलीमीटर (एमएमक्यूब) का स्थायी आरक्षण और 78 एमएमक्यूब का अस्थायी आरक्षण। नियामक प्राधिकरण ने अस्थायी आरक्षण के तहत दिए जा रहे अतिरिक्त पानी पर आपत्ति जताई है। इस मामले में मनपा से जवाब भी मांगा गया है। फिलहाल मनपा ने कन्हान नदी पर बांध बनाने की पहल शुरू की है। इसके लिए हाल में एक सर्वेक्षण भी किया गया है। हालांकि लंबी प्रक्रिया होने से मौजूदा स्थिति में इसका लाभ नहीं होगा। ऐसे में शहरवासियों का संकट बढ़ सकता है।
जलाशयों की चिंताजनक स्थिति
नागपुर जिले के कामठी खैरी में 43 प्रतिशत, रामटेक खिंडसी में 19 प्रतिशत, लोवर नांद वणा में 26 प्रतिशत, वडगांव में 45 प्रतिशत पानी है।
गोंदिया जिले के इटियाडोह में 31 प्रतिशत, सिरपुर में 13 प्रतिशत, पुजारी टोला में 18 प्रतिशत, कालीसरार में 38 प्रतिशत ही पानी है।
चंद्रपुर जिले के असोलामेंढा में 19 प्रतिशत पानी है।
गडचिरोली के दिना जलाशय में पानी रोका नहीं गया है।
वर्धा जिले के बोर में 36 प्रतिशत, धाम में 51 प्रतिशत, पोथरा में 14 प्रतिशत, लोअर वर्धा में 37 प्रतिशत पानी शेष है।
भंडारा जिले के गोसीखुर्द में 56 प्रतिशत, बावनथड़ी में 30 प्रतिशत, धापेवाडा बैरेज टप्पा-2 में 88 प्रतिशत पानी है।
Created On :   18 Feb 2018 5:56 PM IST