देहदान से 8 लोगों को मिलता है जीवन

Eight people get life from one body donation nagpur maharashtra
देहदान से 8 लोगों को मिलता है जीवन
देहदान से 8 लोगों को मिलता है जीवन

डिजिटल डेस्क, नागपुर। एक मृत शरीर (देहदान) से 8 बीमार लोगों को जीवनदान मिल सकता है। केवल भारत में ही हर साल अंगों के अभाव में 5 लाख से अधिक लोगों की मौत हो जाती है। यह बात आदर्श चौरसिया लेडीज क्लब की राष्ट्रीय अध्यक्ष सरिता चौरसिया ने कही। वह क्लब द्वारा अंगदान विषय पर गांधी सागर स्थित  शिक्षक सहकारी बैंक के सभागृह में आयोजित कार्यक्रम में बोल रही थीं। इस दौरान उन्होंने अंगदान का संकल्प भी लिया।

गलत धारणा का किया निवारण

कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि महापौर नंदा जिचकार, विशेष अतिथि पुलिस आयुक्त डॉ. भूषण कुमार उपाध्याय और प्रमुख वक्ता डॉ. रवि वानखेड़े उपस्थित थे। डॉ. वानखेड़े ने अंगदान की जरूरत और अहमियत को आंकड़ों के साथ समझाते हुए बताया कि करीब तीन साल पहले उनके पिताजी स्व. लज्जाशंकर की इच्छानुसार देहदान उनकी पत्नी सुशीला और बेटे-बेटियों ने मिलकर नागपुर मेडिकल कॉलेज में किया। इस अवसर पर दिनेश शिवचरण  ने उनकी रिश्तेदार को दी गई किडनी के बारे में जानकारी दी। शास्त्रार्थ पंडित सोमनाथ महाराज ने अंगदान की प्रथा पौराणिक काल से चली आने का जिक्र किया। अंधविश्वास के प्रति गलत धारणा का भी निवारण किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में विनीता चौरसिया, शर्मिला चौरसिया, पूनम चौरसिया, प्रतीक्षा चौरसिया, जया चौरसिया, स्वाति चौरसिया, सारिका चौरसिया का योगदान रहा। मंच संचालन श्वेता चौरसिया व आभार प्रतीक्षा चौरसिया ने माना।

रफी और किशोर कुमार के गीतों में झूम उठे दर्शक

बॉली ट्यूंस म्यूजिकल एंटरटेनमेंट और रिद्म इंवेंट्स प्रस्तुत मोहम्मद रफी और किशोर कुमार के गीत "हम दोनों" संगीतमय कार्यक्रम का आयोजन डॉ. वसंतराव देशपांडे सभागृह सिविल लाइंस में किया गया। कार्यक्रम में विशेष आकर्षण मो. रफी की आवाज में गाने वाले प्रसन्न राव व किशोर दा की आवाज वाले रवींद्र शिंदे रहे। संकल्पना रिद्म इवेंट के संचालक कमलेश पांडे व बॉली ट्यून्स म्यूजिकल एंटरटेनमेंट के संचालक मयंक भोरकर की थी। गायक मयंक भोरकर, मंजिरी अय्यर, श्रद्धा जाेशी, गौरी शिंदे, शीतल टोकलवार ने प्रस्तुतियों से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम का संचालन श्वेता शेलगांवकर ने किया।

इन्होंने दी संगत

गायक कलाकारों का साथ ऑक्टोपैड पर नंदू गोहाणे, तबले पर श्रीकांत सूर्यवंशी-प्रशांत नागमोते, ढोलक पर प्रमोद बावणे-सुधीर आमनिक, तुंबा पर राजेश धामणकर, विकास जोशी, ड्रम्स पर राजू गजभिये, की-बोर्ड पर परिमल जोशी, राजा राठौड़, बांसुरी ओर सेक्सोफोन पर अरविंद उपाध्ये, वॉयलिन अमर शेंडे, लीड गिटार पर प्रशांत वानखेडे, बास गिटार पर मनोज विश्वकर्मा, रिद्म गिटार गौरव टांकसाले ने संगत दी।

इन गीतों की प्रस्तुति

कार्यक्रम का शुभारंभ "अजहुं न आये बालमा’ से हुई। इसके बाद "मुझे तेरी मोहब्बत का, दिन सारा गुजारा तेरे अंगना, दिल तेरा दीवाना है सनम, पल दो पल का साथ, आप यूं ही अगर हमसे मिलते, आज मैं हूं प्यार तेरा, इस रंग बदलती दुनिया में" आदि गीतों की प्रस्तुति ने कार्यक्रम में चार चांद लगाए। 
 

Created On :   6 Aug 2019 4:24 PM IST

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