- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- वर्धा
- /
- स्वतंत्रता सेनानी की बुजुर्ग बेटी...
स्वतंत्रता सेनानी की बुजुर्ग बेटी बोरिया-बिस्तर लेकर पहुंच गई जिलाधीश कार्यालय!
डिजिटल डेस्क, वर्धा | स्वतंत्रता सेनानी की बुजुर्ग बेटी सुलभा पिंगले गद्दा, पलंग, लंच बॉक्स व अन्य जरूरी सामान लेकर जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचीं। 2 महीने पहले कलेक्टर कार्यालय में उसी महिला ने शौचालय में स्वयं को कैद किया था। जिलाधिकारी कार्यालय के कर्मचारी, नगरपालिका के कर्मचारी व पुलिस को बुलाकर उसे समझा बुझाकर बाहर निकाला, लेकिन वृद्ध महिला जिलाधिकारी कार्यालय की पहली मंजिल पर इतना सामान लेकर कैसे पहंुची? यह सवाल किया जा रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार सुलभा पिंगले शासकीय कार्यालय में हमेशा आती है। उनकी कई शिकायतें न्यायालय में चल रही है। कुछ शिकायतें झूठी होने की बात पालिका कार्यालय के कर्मचारी निखिल लोहवे कह रहे हैं। उसी मांगों की पूर्तता करने वह जिलाधिकारी कार्यालय की पहली मंजिल पर लोहे का पलंग, गादी व अन्य सामान लेकर पहुंची।
सुबह 9 बजे जिलाधिकारी कार्यालय के कर्मचारी काम पर पहुंचे तो यह नजारा देखकर वे हैरान रह गए। मामला नगर पालिका के अधिकार क्षेत्र में आने के कारण जिलाधिकारी कार्यालय के कर्मचारियों ने इसकी सूचना नगर पालिका प्रशासन और पुलिस को दी। सूचना मिलने के बाद नप के निखिल लोहवे और गाजू पेठकर जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे। उन्होंने उसे समझा बुझाकर बाहर निकाला। सीसीटीवी कैमरे की जांच के बाद महिला किस समय कार्यालय पहुंची इसकी जांच की गई। वह एक व्यक्ति की मदद से रात करीब आठ बजे सारा सामान लेकर कलेक्टर कार्यालय पहुंची थी। महिला पिछले 15 साल से तरह-तरह की शिकायतें कर रही हैं। शिकायतों पर कोर्ट ने फैसला सुनाया है, लेकिन वह उनसे सहमत नहीं है। नगर पालिका के कर्मचारी निखिल लोहवे ने कहा कि, कुछ फैसले अदालत में लंबित हैं। कुछ शिकायतें निजी हैं और नगरपालिका उन पर कोई कार्रवाई नहीं कर सकती है। हम अभी भी महिला की शिकायत की जांच कर रहे हैं। आज वह महिला उसके पड़ोस के खाली प्लॉट में रहनेवाले चूहे का बंदोबस्त करने की मांग को लेकर जिलाधिकारी कार्यालय पहुंची थी।
Created On :   16 March 2022 8:27 PM IST