नागपुर यूनिवर्सिटी में सीनेट की 10 सीटों पर 4 फरवरी को चुनाव, कम हुए मतदाता

Election held on 4 february for Senate seats in Nagpur university
नागपुर यूनिवर्सिटी में सीनेट की 10 सीटों पर 4 फरवरी को चुनाव, कम हुए मतदाता
नागपुर यूनिवर्सिटी में सीनेट की 10 सीटों पर 4 फरवरी को चुनाव, कम हुए मतदाता

डिजिटल डेस्क, नागपुर। नागपुर यूनिवर्सिटी में सीनेट की 10 स्नातक सीटों के लिए 4 फरवरी को चुनाव होंगे। विश्वविद्यालय ने इसके लिए मतदाता सूची जारी की है। जिसमें इस बार मतदाताओं की संख्या में बड़ी गिरावट देखने को मिली है। जहां पिछली बार मतदाताओं की संख्या 33 हजार के पार थी वहीं इस वर्ष के चुनाव में महज 17 हजार 377 मतदाता होंगे। मतदाता संख्या में आधे के करीब गिरावट होने से चुनावी समीकरण बदलेंगे। जानकारों के अनुसार जहां एक ओर अभाविप जैसे संगठनों के पारंपरिक मत कायम रहेंगे, दूसरे संगठनों को मतदाताओं को रिझाने में भरसक प्रयास करने होंगे। 4 फरवरी को नागपुर, भंडारा, वर्धा, गोंदिया और भुसावल के 92 केंद्रों पर मतदान होगा। इस वर्ष मतदाता पंजीयन के लिए विश्वविद्यालय को करीब 20 हजार 800 आवेदन प्राप्त हुए थे, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन का दावा है कि आवेदन में गड़बड़ियों के चलते महज 17 हजार 377 मतदाता ही मतदान के लिए पात्र होंगे।

कम हुई मतदाताओं की संख्या: एक ओर जहां विवि से अलग हुए गोंडवाना विश्वविद्यालय के स्नातकों को नागपुर विश्वविद्यालय ने अपनी मतदाता सूची से बाहर किया है, वहीं दूसरी ओर पंजीयन की जटिल शर्तों के कारण भी मतदाता संख्या में गिरावट देखने को मिली है। विवि के स्नातक चुनावों में मतदान करने के लिए स्नातकों को पहले ए-फॉर्म भर कर स्वयं को पंजीकृत करना पड़ता है। पुराने मतदाता को भी बी. फॉर्म भर कर स्वयं को पंजीकृत करना पड़ता है। इस वर्ष विवि ने सितंबर माह में ए-फार्म की प्रक्रिया आयोजित की थी, जिसमें 17 हजार नए मतदाता विवि से जुड़े थे। इधर अब तक बी. फाॅर्म भरने के लिए ओवदन के साथ डिग्री की प्रति जोड़ना अनिवार्य नहीं था, लेकिन इस वर्ष बी. फॉर्म भरने के लिए विश्वविद्यालय ने मतदाताओं से उनकी डिग्री की प्रति भी जोड़ने को कहा था। ऐसे में इसे ही मतदाता संख्या गिरने का कारण माना जा रहा है।

Created On :   26 Dec 2017 2:29 PM IST

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