स्नातक चुनाव की हलचलें तेज, सामने आ रहे दावेदारों के नाम

Elections for Nagpur Graduate Election Seat of Legislative Council
स्नातक चुनाव की हलचलें तेज, सामने आ रहे दावेदारों के नाम
स्नातक चुनाव की हलचलें तेज, सामने आ रहे दावेदारों के नाम

डिजिटल डेस्क, नागपुर। विधानपरिषद की नागपुर स्नातक निर्वाचन सीट के चुनाव के लिए हलचल बढ़ने लगी है। प्रमुख दावेदारों के नाम सामने आने लगे हैं। मतदाता पंजीयन के कार्यों को भी गति मिली है। फिलहाल इस सीट से प्रा. अनिल सोले विधानपरिषद में प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। भाजपा की ओर से उनका चुनाव लड़ना तय है। कांग्रेस से किसी का नाम खुलकर सामने नहीं आया है। शहर कांग्रेस के महासचिव अभिजीत वंजारी चुनाव की तैयारी कर रहे हैं। अन्य संगठनों के पदाधिकारियों ने भी अपने स्तर पर मतदाता पंजीयन कार्यक्रम के माध्यम से चुनाव की तैयारी की है। हालांकि अब तक चुनाव कार्यक्रम तय नहीं हो पाया है।

जून में हो सकता है चुनाव
जून 2014 में अनिल सोले चुनाव जीते थे। जून 2020 में उनका कार्यकाल समाप्त हो रहा है। लिहाजा जून तक चुनाव कराया जा सकता है, लेकिन राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं का मानना है कि जुलाई या अगस्त में ही चुनाव हो पाएगा। 

अन्य पार्टियां भी आजमा सकती हैं दांव
कांग्रेस से अभिजीत वंजारी तैयारी कर रहे हैं। हाल ही में उन्होंने मंत्री विजय वडेट्टीवार व शिक्षक नेता बबनराव तायवाडे के साथ ओबीसी राजनीति पर चर्चा के साथ चुनाव तैयारी का संकेत दिया है। इस चुनाव में प्रकाश आंबेडकर की पार्टी वंचित बहुजन आघाड़ी के अलावा सीनेट परिवर्तन पैनल, परिवर्तन पैनल, फुले आंबेडकर टीचर्स एसोसिएशन, विदर्भ शिक्षक संघ, विदर्भ माध्यमिक शिक्षक संघ के इच्छुक उम्मीदवार भी दांव आजमा सकते हैं। चुनाव लड़ने की तैयारी करने वालों में इन संगठनों की ओर से प्रशांत डेकाटे, रमेश वानखेडे, अतुल खोबरागडे, विनोद राऊत के नाम सुने जा रहे हैं। 

दावा : नागपुर में एक लाख के करीब आवेदन जमा किए
गौरतलब है कि इस सीट पर भाजपा का लंबे समय से प्रभाव है। पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के पिता गंगाधरराव फडणवीस इस सीट से विधानपरिषद में प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। उनके बाद नितीन गडकरी सदस्य चुने जाते रहे। 2014 में पहली बार लोकसभा चुनाव जीतने के पहले तक गडकरी इसी सीट से विधानपरिषद सदस्य थे। भाजपा के एक पदाधिकारी के अनुसार इस बार भी उनके लिए कोई चुनौती नहीं है। 2 वर्ष से चुनाव की तैयारी की गई है। नागपुर विभाग के सभी 6 जिलों में स्नातकों का मतदाता पंजीयन कराने की प्रक्रिया चल रही है।

अकेले नागपुर में ही एक लाख के करीब मतदाता आवेदन जमा करने का दावा किया जा रहा है। भाजपा ने पूर्व महापौर कल्पना पांडे को इस चुनाव के लिए पंजीयन प्रमुख नियुक्त किया है। विधानसभा चुनाव व संगठनात्मक चुनाव की व्यस्तता का प्रभाव भाजपा के मतदाता पंजीयन कार्यक्रम पर रहा है। नितीन गडकरी, देवेंद्र फडणवीस, चंद्रशेखर बावनकुले सहित प्रमुख नेताओं का मतदाता पंजीयन सार्वजनिक तौर पर कराकर भाजपा ने चुनाव की तैयारी को गति दी है। भाजपा का शिक्षक सेल, शिक्षक मंच व शिक्षक परिषद के कार्यकर्ता बूथ स्तर पर काम कर रहे हैं। महाविद्यालयों में भाजपा की ओर से संपर्क अभियान चलाया गया है। बैठकों व सभाओं का दौर चल रहा है। 

नागपुर के मतदाता होते हैं निर्णायक
इस चुनाव में नागपुर के मतदाता निर्णायक रहते हैं। 2014 के चुनाव में भाजपा के प्रा. अनिल सोले को चुनौती देने के लिए कांग्रेस समर्थित बबनराव तायवाडे, बसपा के किशोर गजभिये ने भरपूर प्रयास किया था। 2 लाख 87,622 मतदाताओं में से 1 लाख 66,157 मतदाता नागपुर के थे। इस बार भी सर्वाधिक मतदाता नागपुर के रहेंगे। 
 

Created On :   11 Feb 2020 3:13 PM IST

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