बिजली बिल वसूली करने वाले कर्मचारियों की हो रही पिटाई, महावितरण नहीं कर रहा कोई कार्रवाई

Electricity bill collection workers getting beaten up, mahavitaran is not taking any action
बिजली बिल वसूली करने वाले कर्मचारियों की हो रही पिटाई, महावितरण नहीं कर रहा कोई कार्रवाई
बिजली बिल वसूली करने वाले कर्मचारियों की हो रही पिटाई, महावितरण नहीं कर रहा कोई कार्रवाई

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  बिजली बिल की वसूली के लिए जा रहे महावितरण कर्मचारियों की पिटाई के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। अब तक 5 बार पिटाई हो चुकी है। महावितरण ने हालात के हिसाब से पुलिस का पेड बंदोबस्त लेकर बिजली बिल वसूली करने का दावा किया था,  लेकिन पुलिस के पेड बंदोबस्त के लिए अभी तक कोई कदम नहीं उठाया गया है। 

टारगेट दिया है सौ फीसदी वसूली का
महावितरण ने 8 सितंबर को शहर के तीन विभाग महल, गांधीबाग व सिविल लाइन्स एसएनडीएल से अपने पास लिए। तीनों विभागों में 118 करोड़ की बिजली वसूली एक बड़ी चुनौती है। महावितरण के मुख्य अभियंता दिलीप घुगल ने कर्मचारियों को 100 फीसदी वसूली का टारगेट दिया है। बिल की वसूली के लिए जा रहे कर्मचारियों की पिटाई हो रही है। मुख्य अभियंता ने कर्मचारियों के साथ खड़े होने की सफाई देकर कर्मचारियों का मनोबल बढ़ाने का काम किया था, लेकिन कर्मचारियों की पिटाई का सिलसिला जारी है। अब तक 5 बार कर्मचारियों की पिटाई हो चुकी है। लगभग 2 लाख ऐसे उपभोक्ता हैं, जिन पर 2 महीने से लेकर डेढ़ साल तक का बिजली बिल बकाया है। इसमें 5 हजार से लेकर 2 लाख से ज्यादा बकाया बिल वाले उपभोक्ता हैं। कर्मचारियों के साथ खड़े होने का दावा कर रहा महावितरण, पुलिस बंदोबस्त लेने से कन्नी काट रहा है। 

बंदोबस्त की प्रक्रिया ही शुरू नहीं
महावितरण के जनसंपर्क विभाग के सूत्रों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि, फिलहाल पुलिस बंदोबस्त लेने संबंधी कोई प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है। बकाया बिल की वसूली बड़ी चुनौती है, लेकिन कर्मचारियों को बगैर पुलिस बंदोबस्त में ही कनेक्शन काटने व बिल की वसूली करनी पड़ रही है। पिटाई की वारदातों से कर्मचारी सहमे हैं, लेकिन महावितरण उनके साथ खड़ा है। दो माह से ज्यादा या 5 हजार बिल बकाया होने पर भी अस्थायी तौर पर बिजली काटी जा सकती है। 6 माह तक बिल नहीं भरा तो स्थायी रूप से कनेक्शन काट दिए जाते हैं। पुलिस बंदोबस्त लिया जाएगा या नहीं इस बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता। कर्मचारियों का पिटना चिंतनीय जरूर है।

Created On :   25 Nov 2019 1:22 PM IST

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