विदर्भ में बाघों की मौत को लेकर भी गंभीर हुआ बिजली विभाग

Electricity department is serious about the death of tigers in the state
विदर्भ में बाघों की मौत को लेकर भी गंभीर हुआ बिजली विभाग
विदर्भ में बाघों की मौत को लेकर भी गंभीर हुआ बिजली विभाग

डिजिटल डेस्क, नागपुर। बिजली विभाग ने विदर्भ में एक के बाद एक बाघों की करंट से मौत होने के मामले को भी गंभीरता से लिया है। दरअसल अंबाड़ी और चिमूर में खेत में लगे बिजली के तारों के संपर्क में आने के बाद बाघों की हुई मौत से चिंतित वन विभाग ने विद्युत विभाग के साथ मिलकर ऐसे अवैध बिजली फेंसिंगों पर रोक लगाने के लिए संयुक्त पहल की है।  

हाल ही में सिविल लाइन्स परिसर स्थित वन विभाग मुख्यालय के सभागृह में बैठक आयोजित की गई थी। बैठक में अवैध रूप से खेतों में लगी मेटल फेंसिंग में बिजली सप्लाय करने वाले किसानों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का फैसला किया गया।  यह बैठक वन विभाग सचिव विकास खारगे की अध्यक्षता में विभाग व एमएसईडीसीएल के अधिकारियों के साथ ली गई थी।

चेतावनी के बाद भी नहीं सुने तो सीधे कटेगी बिजली

 बैठक में कहा गया कि अगर किसान के खेत में लगा बिजली कनेक्शन खेती के काम के अलावा फेंसिंग(बाड़) में लगाने पर उपयोग में लाया जा रहा है और कार्रवाई में वह पकड़ा जाता है तो पहली दफा उसे चेतावनी दी जाएगी। दूसरी बार वह इसी तरह पकड़ा जाता है तो उसका बिजली कनेक्शन स्थायी रूप से बंद कर दिया जाएगा। साथ ही उस पर विद्युत अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी।

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एक माह में तीन बाघों की करंट से हुई मौत

बताया गया कि बीते साल भर में राज्य में 7 बाघों, जिसमें से अकेले एक माह में तीन बाघों की मौत खेत में लगे बिजली के तारों के संपर्क में आने से हुई है। इसमें चिमूर रेंज के अंबाड़ी में 9 नवंबर को, चपराला बाघिन 2 नवंबर को गडचिरोली के मरोडा में व बोर की बाघिन  अंभोरा के पास 14 अक्टूबर को मारी गई।

Created On :   13 Nov 2017 12:31 PM IST

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