तीन माह का वेतन देकर, सीजीएसटी के दो अधीक्षकों की सेवाएं समाप्त

Ending the services of two cgst superintendents, paying three months salary
तीन माह का वेतन देकर, सीजीएसटी के दो अधीक्षकों की सेवाएं समाप्त
तीन माह का वेतन देकर, सीजीएसटी के दो अधीक्षकों की सेवाएं समाप्त

डिजिटल डेस्क, नागपुर। केन्द्रीय वस्तु एवं सेवा कर (सीजीएसटी) नागपुर के दो अधीक्षकों की सेवाओं को समाप्त कर दिया गया। वहीं शुक्रवार 23 अगस्त को उनको 3 माह के वेतन का चैक देकर घर भेज दिया गया। इंदौर की एक कंपनी की सिगरेट बिना कस्टम ड्यूटी चुकाए बाहर मिलने के मामले में 12 अधिकारियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की गई थी। 2 पहले ही सेवानिवृत्त हो चुके है। 10 अधिकारियों की शुक्रवार को सेवाएं समाप्त कर दी गईं। यह कार्रवाई फंडामेंट रूल 56 (जे) के तहत की गई।

जानकारी के अनुसार मेसर्स एलोरा टॉबैको प्रा.लि. इंदौर की सिगरेट बाहर मिली थी। वर्ष 2011 के मामले में 10 नवंबर 2016 को 12 अधिकारियों के खिलाफ चार्जशीट जारी की गई। इसके बाद जून 2018 में जांच अधिकारी नियुक्त किया गया। मामले में जांच चल ही रही थी इसी बीच 12 में से 8 अधिकारियों को शुक्रवार को तीन माह का वेतन देकर सेवानिवृत्त कर दिया गया। इसमें नागपुर के के.के.उईके और एस.आर.पराते का नाम शामिल है। वहीं 6 अधीक्षक इंदौर के और 1-1 रायपुर और भोपाल में पदस्थ थे। इंदौर स्थित मुख्यालय में सभी अधीक्षकों को 2 दिन अपना पक्ष रखने का अवसर दिया गया था।

एसटी, एससी संसदीय समिति से शिकायत

ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ कस्टम, सेंट्रल एक्साइज एंड जीएसटी एससी,एसटी एम्पलोयीज वेलफेयर ऑर्गनाइजेशन ने एसटी, एससी संसदीय समिति से मामले की शिकायत की है। उनका कहना है कि मामले में वरिष्ठ अधिकारियों को बचाकर छोटे अधिकारियों पर कार्रवाई की गई। वहीं दूसरी ओर हटाए गए अधिकारियों में ज्यादातर एसटी, एससी वर्ग के है।

Created On :   24 Aug 2019 12:10 PM GMT

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