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घरेलू उड़ान में अंतरराष्ट्रीय विमान का आनंद, जानिए -मुख्यालय को सौंपी जाएगी डीजीसीए की लिफाफा बंद रिपोर्ट
डिजिटल डेस्क, नागपुर। एयर इंडिया का कमर्शियल एयरक्राफ्ट मैंटेनेंस, रिपेयरिंग एडं ओवरहोल (एमआरओ) होने से नागपुर से दिल्ली की यात्री करने वालों को घरेलू उड़ान में अंतरराष्ट्रीय विमान का आनंद मिल जाता है। पिछले दिनों जब अंतरराष्ट्रीय उड़ान भरने वाला विमान नागपुर और फिर वापस गया तो लोगों उसकी उड़ान का आनंद लिया। जानकारी के अनुसार एयर इंडिया का विमान क्रमांक 1469 पिछले शनिवार को दिल्ली से नागपुर के एमआरओ में मैंटेनेंस के लिए पहुंचा था और गुरुवार को एयर इंडिया के विमान क्रमांक 1470 ने नागपुर से दिल्ली के लिए उड़ान भरी। चूंकि एयर इंडिया की अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में उपयोग किए जाने वाले विमान ना सिर्फ बड़े आकार के होते हैं, बल्कि आधुनिक सुविधाओं से भी सुसज्जित होते हैं। अंतरराष्ट्रीय रूट का विमान होने के कारण उसमें ट्रिपल लाइन सिटिंग अरेंजमेंट के साथ ही टीवी स्क्रीन सहित बहुत सारी खास सुविधा होती है। अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में एयर इंडिया के पास बोईंग के ड्रीमलाइनर वाले विमान है, जो जब घरेलू उड़ान के दौरान यात्रियों को हवाई यात्रा करने के लिए मिलते हैं, तो उनके मन में कौतुहल का विषय बना रहता है कि आखिरकार ऐसा क्यों हो रहा है ?
इसलिए होता है ऐसा
अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का ज्यादातर केन्द्रबिन्दु दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, कोलकाता आदि शहर है। ऐसे इतनी लंबी दूरी के लिए खाली विमान को लाना कंपनी के लिए घाटे का सौदा होता है इस वजह से जब भी एमआरओ का स्लॉट होता है विमान कंपनी पहले ही उसे बुकिंग के लिए ओपन कर देती है जिससे यात्रियों को भी उसका लाभ मिल जाता है।
कम कीमत में मिल जाते है टिकट
विमान में सीट अधिक होने के कारण बहुत बार सामान्य से कम कीमत पर टिकट मिल जाते है इससे एक ओर से आर्थिक बोझा कम हो जाता है ओर दूसरी ओर अंतरराष्ट्रीय विमान में उड़ान आ आनंद भी ले लेते है।
डीजीसीए की रिपोर्ट लिफाफे में बंद, मुख्यालय को सौंपेंगे
उधर नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) की दो सदस्यीय टीम ने 14 फरवरी को डॉ.बाबासाहेब आंबेडकर अंतरराष्ट्रीय विमानतल नागपुर स्थित एयरपोर्ट अर्थोरिटी ऑफ इंडिया (एएआई) की व्यवस्थाओं दौरा पूरा कर लिया। दो सदस्यीय टीम 13 फरवरी को नागपुर पहुंची थी और टीम ने शुक्रवार को ऑडिट कर अपनी रिपोर्ट को लिफाफे में बंद कर दिया। शुक्रवार रात को टीम वापस दिल्ली रवाना हो गई और यह रिपोर्ट मुख्यालय को सौंपेगी। जानकारी के अनुसार गुरुवार 13 को डीजीसीए की टीम में शामिल दो महिला अधिकारी नागपुर पहुंची। यहां से वह सीधे एएआई के दस्तावेजों की जांच में जुट गई। विमानतल के इमरजेंसी प्लान काे जांचा, उसके प्रोटोकॉल को देखा कि नियमानुसार सभी अधिकारी और सिस्टम की जांच की। सारी दस्तावेजों पर संबंधित अधिकारियों के हस्ताक्षरों की जांच की। यहां कर्मचारियों और अधिकारियों को प्रशिक्षण देने के तरीके, उनकी शैक्षणिक योग्यता, ट्रेनिंग गुणवत्तापूर्ण में प्रोटोकॉल के अनुसरण की जांच की। नियमित रूप से चलने वाली कार्यप्रणाली को लॉगबुक में व्यवस्थित तरीके से रिकॉर्ड के रूप में मैंटेंन किया जा रहा है उसको खंगाला। एएआई में काम करने वाले कर्मचारियों-अधिकारियों के न्यूनतम कार्य का ड्यूटी चार्ट, मेडिकल फिटनेस के अलावा अंग्रेजी में बात करने की तत्पर्यता आदि विभिन्न बातों पर ध्यान दिया। वहीं शुक्रवार 14 फरवरी को टीम विमानतल पर बने एयर ट्रॉफिक कंट्रोल (एटीसी) और हवाईपट्टी व ऑपरेशनल एरिया में पहुंचे, यहां के सारे बोर्ड और साइन को देखा गया। वहीं टीम ने रडार बिल्डिंग से कंट्रोल होने वाले सारे सिस्टम को देखा कि उसे व्यवस्थित रूप से गाइडलाइन के अनुसार चलाया जा रहा है। इस दौरान छोटी-छोटी खामियां मिलने की बात भी सामने आ रही है लेकिन कोई बड़ी खामी देखने को नहीं मिली क्योंकि टीम ने जांच के दौरान किसी बड़े विषय को लेकर आपत्ति दर्ज नहीं करवाई। विभिन्न खामियों सहित अपने सुझावों को पूरा करने के लिए विमानतल के एएआई प्रशासन को आदेश िदया जाएगा। डीजीसीए की टीम द्वारा दिल्ली स्थित मुख्यालय में इस रिपोर्ट को सौंपा जाएगा। यह रिपोर्ट करीब एक माह में नागपुर पहुंचने की संभावना है।
Created On :   14 Feb 2020 7:55 PM IST