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बिल न मिलने से ईएसआईसी से अटैच अस्पतालों ने खड़े किए हाथ, उपचार के परेशान हो रहे मरीज

डिजिटल डेस्क, नागपुर। राज्य कर्मचारी बीमा निगम (ईएसआईसी) के पैनल में शामिल शहर के कई सारे अस्पतालों ने बिल न मिलने से हाथ खड़े कर दिए हैं और मरीजों का उपचार करने से इनकार कर दिया है। हैरानी की बात तो यह है कि मुंबई स्थित ईएसआईसी कार्पोरेशन में महाराष्ट्र के मरीजों की एक लाख फाइलें पेंडिंग पड़ी हुई हैं, जिससे अस्पताल संचालकों को बिल का भुगतान नहीं हो पा रहा है। कई अस्पतालों के लाखों और करोड़ों रुपए बकाया हैं। भुगतान न होता देख कई अस्पतालों ने तकनीकी समस्या बताकर मरीज भर्ती करने से इनकार कर रहे हैं।
बैठक में रखेंगे मुद्दा
आप मुझे उन अस्पतालों के नाम भेज दीजिए। मैं पता करता हूं कि आखिरकार मामला क्या है। इसके साथ ही बैठक में यह मुद्दा रखूंगा कि आखिरकार मरीजों को क्यों परेशानी हो रही है।
(डॉ.राजेश स्वामी, डायरेक्टर, ईएसआईसी)
यह है वास्तविक कारण
ईएसआईसी के पैनल हॉस्पिटल की स्थिति यह बनी हुई है कि जिस अस्पताल का बिल बकाया होता है, उस पर कोई ध्यान नहीं देता है, इससे बिल लगातार बढ़ता जाता है। बिल का भुगतान न होने की स्थिति में अस्पताल संचालक उपचार करने से इनकार कर देता है और पैनल से बाहर हो जाता है। ऐसी स्थिति में उन अस्पतालों से संपर्क किया जाता है, जो वेंटिंग में थे और ऐसे नए अस्पताल जिनको ‘पैनल’ की जरुरत है। इसके बाद फिर उनका बकाया हो जाता है।
इन अस्पतालों ने किया इनकार
जानकारी के अनुसार, वर्तमान में नागपुर शहर में ईएसआईसी हॉस्पिटल से 22 अस्पताल संबंधित हैं। इसमें गंगा केयर हॉस्पिटल लिमिटेड ने तकनीकी समस्या बताकर उपचार करने से इनकार कर दिया है। इसके साथ ही स्पंदन व केशव हॉस्पिटल ने भी उपचार देने से इनकार कर दिया है। बिल का भुगतान न होने के कारण रेडिएंस हॉस्पिटल ने नोटिस भेजा है। भुगतान की सारी प्रक्रिया मुंबई स्थित ईएसआईसी कार्पोरेशन में होने की वजह से नागपुर में अस्पताल संचालक से शिकायत भी नहीं कर सकते हैं।
कहते हैं कि सुविधा नहीं
ईएसआईसी के पैनल में शामिल 22 अस्पताल में से कुछ अस्पताल सुविधा न होने की बात कहकर इनकार कर देते हैं। मरीजों को कहा जाता है कि उनके यहां बेड नहीं है, लेकिन हैरानी तो तब हो जाती है जब मरीज से कहा जाता है कि उनके यहां स्पेशलिस्ट नहीं है। जबकि उसी के आधार पर उनको पैनल में शामिल किया गया।
Created On :   15 May 2018 1:19 PM IST