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गोवर्धन गोवंश सेवा केंद्र योजना: जिले की चार तहसीलों में बनेंगे गोवंश केन्द्र

डिजिटल डेस्क, नागपुर। गोवर्धन गोवंश सेवा केंद्र योजना के तहत जिले के मौदा, उमरेड, काटोल, सावनेर उपविभाग में गोवर्धन गोवंश केंद्र बनाए जाएंगे। शासकीय मानकों में बैठने वाली संस्थाओं को गोशाला शुरू करने के लिए 25-25 लाख का अनुदान दिया जाएगा। यह जानकारी जिला पशुसंवर्धन उपायुक्त डा. मंजूषा पुंडलिक द्वारा दी गई। जिले में 4 लाख 28 हजार 350 पशुधन हैं। जिले में विविध संस्थाओं के माध्यम से 27 गोशाला शुरू की गई है। इसमें जानवरों का पालन-पोषण किया जाता है। जो गोशाला गोवर्धन गोवंश सेवा केंद्र की योजना के मानकों में बैठ सकती है, उसे 25-25 लाख का अनुदान मिलेगा। इसके लिए शासकीय नियम व शर्तें पूर्ण करनेवाले प्रस्ताव दायर करने होंगे।
योजना के मानक
संस्था धर्मादाय आयुक्तालय में पंजीकृत होनी चाहिए। गोवंश संगोपण का 3 साल का अनुभव जरूरी।
केंद्र के पास पशुधन को घूमने, उनके संगोपण व चारा उत्पादन के लिए संस्था के पास खुद या 30 साल के लीज पर कम से कम 5 एकड़ जमीन होनी चाहिए।
संस्था द्वारा जितने अनुदान की मांग होगी, उसका 10 फीसदी पूंजी होनी चाहिए। 3 आडिट होना चाहिए। आयुक्त पशुसंवर्धन, महाराष्ट्र राज्य, पुणे के साथ करारनामा अनिवार्य है।
दो चरणों में अनुदान
दो चरणों में अनुदान दिया जाएगा। पहले चरण में 15 लाख व दूूसरे चरण में 10 लाख का अनुदान दिया जाएगा। मौदा, उमरेड, काटोल, सावनेर तहसील के गोशाला केंद्र पात्रता के लिए प्रस्ताव संबंधित तहसील के पशुधन विकास अधिकारी (विस्तार) पंचायत समिति के मार्फत जिला पशुसंवर्धन उपायुक्त कार्यालय को 30 जून तक भेज सकते हैं।
सूखे कुएं में फेंक दी सभी दवाइयां
कोंढाली वर्धा मार्ग पर यहां से डेढ़ किलोमीटर दूर शिरमी गांव है। इस गांव के एक सूखे कुएं मंे लगभग एक ट्रैक्टर की ट्राली भर दवाएं मिली हैं। काटोल पंचायत समिति के उपसभापति योगेश चाफले ने इसकी जांच की मांग की है। इसकी शिकायत सामाजिक कार्यकर्ता राजेंद्र खामकर ने नागपुर के स्वास्थ्य उपसंचालक, जिला स्वास्थ्य अधिकारी तथा स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारी को दी है।
मिट्टी डालकर दबाने का प्रयास
कुएं में दवा फेंकने की जानकारी स्थानीय किसानों ने नाम न छापने की शर्त पर दी है। कुएं में मिट्टी डालकर दवाओं को दबाने का भी प्रयास किया गया है। यह कुआं कोंढाली-वर्धा राजमार्ग-247 से कुछ ही दूरी पर है। काटोल-वर्धा तथा अनेक कोंढालीवासियों की खेती भी इस राज मार्ग से लगकर है। घटना की जानकारी मिलते ही कोंढाली के स्वास्थ्य अधिकारी डा. सुनील येरमल ने दो वरिष्ठ स्वास्थ्य सेवक अशोक गणवीर तथा जनार्दन फरकाडे को घटनास्थल पर भेजा। दोनों ने कुएं में बड़ी मात्रा में दवा होने की पुष्टि की है। सभी दवाएं एक्सपायरी डेट की हैं।
जानकारी नहीं है
इसकी जानकारी नहीं है। हमारे स्वास्थ्य केंद्र का स्टॉक बराबर है। शिकायत मिलने पर जांच करने के बाद ही पता चलेगा कि यह दवा कहां से और किसने लाकर डाली है। -डा.सुनील येरमल, कोंढाली प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र
Created On :   7 Jun 2019 1:46 PM IST