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कोरोना की बंदिशें शिथिल होने के बाद भी बस ऑपरेटर कर रहे मनमानी

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। बैतूल नागपुर हाइवे पर पांढुर्ना तहसील के सिवनी गांव से सावनेर की दूरी 40 किमी है। यहां बस का किराया 130 रुपए है। वहीं सावनेर से नागपुर की दूरी भी 40 किमी है यहां बस का किराया महज 60 रुपए है। पांढुर्ना से नागपुर की दूरी महज 90 किमी है और बस का किराया 200 से 250 रुपए हैं। बस आपरेटरों द्वारा मनमाना किराया वसूली की शिकायतों के बाद भी प्रशासन ने आज तक कोई कदम नहीं उठाए हैं।
खैरीपेका के गणपति आगरे ने बताया कि पांढुर्ना-नागपुर मार्ग पर यात्रियों का सबसे अधिक शोषण हो रहा है। 90 किमी का किराया 200 से 250 रुपए देना पड़ रहा है। यही हाल अमरावती, छिंदवाड़ा और बैतूल का है। नागपुर बस में बीच में उतरने वाले यात्रियों को भी बख्शा नहीं जा रहा है। यात्री विनोद रेवतकर सहित अन्य लोगों ने भी कुछ ऐसी ही शिकायत की है। जिला मुख्यालय से लगभग सौ किलोमीटर दूर स्थित पांढुर्ना से आने-जाने वाली बसों पर परिवहन विभाग का कोई नियंत्रण नहीं है।
बंदिशें खत्म, कम नहीं हुआ किराया-
दो साल पहले लॉक डाउन के समय सभी बसें बंद कर दी गई थी। इसके बाद धीरे-धीरे विभिन्न शर्तों के तहत कुछ बसें शुरू हुई। यात्रियों के बैठने, उनके बीच की दूरियों को लेकर मापदंड बनाए गए। इस कारण अधिकांश बस ऑपरेटरों ने किराया दोगुना से तीगुना कर दिया। बीते छह महीने से कोरोना को लेकर लगाई गई सभी बंदिशें शिथिल कर दी गई है। इसके बावजूद किराया सामान्य नहीं हुआ। स्थानीय बस स्टैंड में भी अव्यवस्था का आलम है। यात्री प्रतिक्षालय में पंखें नदारद है। चारों तरफ गंदगी का आलम रहता है। बस स्टैंड परिसर का उपयोग बस ऑपरेटर पार्किंग के रूप में करने लगे हैं। रात के समय यहां दर्जनों बसों का जमघट लगा रहता है। अतिक्रमण के कारण यात्रियों को प्याऊ नजर नहीं आता।
आरआर पांडे (एसडीएम पांढुर्ना) का कहना है कि हमने बसों की किराया सूची को लेकर परिवहन विभाग को पत्र लिखा था, लेकिन आज तक इसका कोई जवाब नहीं आया। बस स्टैंड में व्याप्त असुविधा के लिए नगर पालिका और पुलिस को निर्देशित करेंगे। यात्रियों की सुविधाओं के लिए हरसंभव प्रयास किया जाएगा।
Created On :   11 May 2022 5:50 PM IST