कानूनी पेशे में हर पल है चुनौतियां : न्यायमूर्ति हक्क

Every moment in the legal profession is the challenges: judge
कानूनी पेशे में हर पल है चुनौतियां : न्यायमूर्ति हक्क
कानूनी पेशे में हर पल है चुनौतियां : न्यायमूर्ति हक्क

डिजिटल डेस्क, नागपुर। उच्च न्यायालय की नागपुर जस्टिस के जस्टिस जेड.ए. हक्क ने कहा कि, जिन युवाओं को हर पल चुनौतियों का सामना करना पसंद है, उन्होंने कानून को अपने पेशे  के रूप में चुनना चाहिए।  वे डा. वसंतराव देशपांडे सभागृह में "कैरियर के रूप में कानून" विषय पर आयोजित चर्चासत्र  में प्रमुख वक्ता के रूप में बोल रहे थे। उन्होंने ने युवाओं से अपने अनुभवों को भी साझा किया। चर्चासत्र का आयोजन महाराष्ट्र राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय व साप्ताहिक युवा कैरियर के संयुक्त तत्वावधान में किया गया था। आगे उन्होंने कहा कि, कानून के क्षेत्र में साहस बहुत जरूरी है। जो लोग जीवन में रोमांच पसंद करते हैं, उन्होंने इसे अपनी आजीविका का साधन बनाना चाहिए। उन्होंने बताया कि उनके माता-पिता ने उनका सही दिशा में मार्गदर्शन किया, तभी उन्हें सफलता मिली। युवाओं को कानून के क्षेत्र में मौजूद अवसरों की भी जानकारी दी।

सफलता मांगती है बलिदान व संघर्ष :  चौहान
चर्चासत्र में प्रमुख रूप से उपस्थित सेवानिवृत्त जस्टिस आर.सी. चौहान ने युवाओं को कानून को पेशा बनाने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि यह एक बहुत ही आकर्षक पेशा है, लेकिन हर सफलता बलिदान व संघर्ष मांगती है। युवाओं को इसके लिए तैयार रहना चाहिए। कानून के क्षेत्र में सफलता हासिल कर युवा देश की सच्ची सेवा कर सकते हैं। कानून के क्षेत्र की आज काफी निंदा हो रही है, लेकिन आज भी इस क्षेत्र के लोगों का समाज में सम्मान है। आजकल हर क्षेत्र में अच्छे-बुरे लोग हैं। केवल निंदा से कुछ हासिल नहीं होगा। युवाओं को इस क्षेत्र को चुनकर इसमें बदलाव लाने के लिए जिम्मेदारी उठानी होगी।

कारर्पोरेट लॉ में काफी अवसर : थूल
अनुसूचित जाति-जनजाति आयोग के अध्यक्ष व कार्यक्रम के प्रमुख अतिथि न्या. सी.एल. थूल ने कहा कि कारर्पोरेट लॉ में काफी अवसर है। अब कानून केवल कोर्ट तक सीमित नहीं रहा। इस क्षेत्र में अब बड़े पैमाने में अवसर उपलब्ध है। मुख्य रूप से कार्पोरेट लॉ के क्षेत्र में औसतन 12 से 15 लाख रुपये प्रतिवर्ष वेतन दिया जा रहा है। अन्य क्षेत्रों की तुलना में इस क्षेत्र में अधिक सफलता के अवसर है। उन्होंने बताया कि वे खुद इस क्षेत्र में तय करके नहीं आए। वे खेल के क्षेत्र में अपना कैरियर बनाना चाहते थे। लेकिन आज मुझे इस क्षेत्र में आने का गर्व है।

इस क्षेत्र में काम करते समय पैसे कमाने से अधिक सामाजिक जिम्मेदारी निभाने का अहसास आज भी मुझे समाधान देता है। साप्ताहिक युवा कैरियर के मुख्य संपादक मोनाल थूल ने कहा कि हमारे अखबार की हमेशा कोशिश रहती है कि युवाओं को अलग-अलग क्षेत्रों में मिल रहे अवसरों की जानकारी दी जाए, ताकि वे उचित दिशा को चुनकर अपना कैरियर बना सकें। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाराष्ट्र राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय के कुलपति डा. विजेंद्र कुमार ने की। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से चंद्रपुर के जिलाधिकारी आशुतोष सलील, विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. एन.एम. साखरकर उपस्थित थे। बड़ी संख्या में विद्यार्थी और अभिभावकों की ने चर्चासत्र का लाभ लिया। 


 

Created On :   23 April 2018 3:45 PM IST

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