नागनदी के कायाकल्प से बदलेगा शहर का चेहरा

डिजिटल डेस्क, नागपुर. नए साल में कुछ अच्छा हो जाए, यह सभी को उम्मीद है। नगरवासियों की उम्मीदों पर खरा उतरना स्थानीय निकाय की बड़ी जिम्मेदारी है। नाग नदी पुनरुत्थान प्रकल्प को केंद्रीय मंत्रिमंडल की मंजूरी मिल चुकी है। इस प्रकल्प की जल्द ही शुरुआत होने की उम्मीद है। नए साल में गरीब विद्यार्थियों को इंग्लिश मीडियम स्कूल की सौगात मिलने की उम्मीद है, तो नासुप्र एक साल में दिव्यांग पार्क तैयार करेगी। महाराष्ट्र का यह पहला दिव्यांग पार्क होगा।
केंद्र सरकार, राज्य सरकार तथा मनपा के आर्थिक साझेदारी से नाग नदी का कायाकल्प किया जाएगा। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस प्रकल्प की बुनियाद रखी। 1927 करोड़ की लागत से साकार हो रहे इस प्रकल्प में केंद्र सरकार, राज्य सरकार और मनपा की क्रमश: 60%, 25%, 15% आर्थिक साझेदारी रहेगी। इस प्रकल्प के माध्यम से शहर की 500 किमी सीवर लाइन नेटवर्क का नूतनीकरण किया जाएगा। 1 लाख, 31 हजार 861 घरों को सीवर नेटवर्क से जोड़ा जाएगा। गंदे पानी पर प्रक्रिया के लिए नदी पर जगह-जगह एसटीपी प्लांट लगाए जाएंगे। प्रसाधनगृहों का निर्माण किया जाएगा। नाग नदी के किनारे फूलों के पौधे लगाकर सौंदर्यीकरण किया जाएगा।
इन पर टिकी है आस
नागपुर स्मार्ट एंड सस्टेनेबल सिटी डेवलपमेंट कार्पोरेशन लिमिटेड की ओर से पूर्व नागपुर के पारडी, पुनापुर, भरतवाड़ा और भांडेवाड़ी परिसर के रास्ते और पुलों का जल्द निर्माण होगा।
मनपा ने आगामी शैक्षणिक सत्र में और 6 नए इंग्लिश मीडियम स्कूल खोलने का नियोजन किया है। आनेवाले साल में शहर के हर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में मनपा के 2 इंग्लिश मीडियम स्कूल रहेंगे।
नागपुर सुधार प्रन्यास के माध्यम से शहर में दिव्यांग पार्क बनने जा रहा है। एक साल में तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है। दिव्यांगों का मनोरंजन के साथ बौद्धिक विकास और स्वास्थ्य संवर्धन की सुविधा रहेगी। अपने-आप में महाराष्ट्र का यह पहला पार्क होगा।
इमारतों के निर्माण में पर्यावरण पूरक सामग्री का उपयोग कर जीरो कार्बन बिल्डिंग के पायलट प्रोजेक्ट चलाने पर महानगरपालिका प्रशासक राधाकृष्णन बी. जोर दे रहे हैं। उसे अमल में लाने के लिए आर्थिक विकल्पों को खोजा जाएगा। इस प्रकल्प में निजी तथा शासकीय क्षेत्रों का सहयोग लिया जा सकता है।
मनपा के स्वास्थ्य विभाग में अनेक पद रिक्त रहने से स्वास्थ्य सेवा प्रभावित हो रही है। जनवरी महीने में स्वास्थ्य के रिक्त पद भरने की तैयारी चल रही है।
मनपा में परिवहन सेवा प्रदूषण मुक्त होगी। अब तक 22 इलेक्ट्रिक बसें आ गईं हैं। साल के अंत तक 200 बसों को शहर परिवहन सेवा के बेड़े में शामिल करने का लक्ष्य है।
Created On :   1 Jan 2023 6:20 PM IST