खौफ में परिवार: यूक्रेन से बच्चों ने भेजा मैसेज, हम बंकर में हैं, कभी भी बंद हो सकता है इंटरनेट

Families in awe: Children sent messages from Ukraine, we are in the bunker, internet can be shut down anytime
खौफ में परिवार: यूक्रेन से बच्चों ने भेजा मैसेज, हम बंकर में हैं, कभी भी बंद हो सकता है इंटरनेट
यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे शहर के तीन बच्चे उड़ाने बंद होने से फंसे, अभिभावकों की सरकार से गुहार- हमारे बच्चों खौफ में परिवार: यूक्रेन से बच्चों ने भेजा मैसेज, हम बंकर में हैं, कभी भी बंद हो सकता है इंटरनेट

डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा। यूक्रेन में दहशत का माहौल है। बुधवार शाम तक सबकुछ ठीक था। यूनिवर्सिटी में पढ़ाई भी हुई थी, लेकिन गुरुवार सुबह रूस के हमले के साथ ही यहां अफरातफरी मच गई है। हमें बंकर में ही रहने के आदेश दिए गए हैं। नेटवर्क की प्रॉब्लम सुबह से है। अब इंटरनेट कभी भी बंद हो सकता है। शहर से एमबीबीएस की पढ़ाई करने यूक्रेन गए प्रत्युष चौरसिया ने ये बातें अपने पिता डॉ. प्रशांत चौरसिया को बताई। शहर के कोलाढाना निवासी डॉ. चौरसिया ने बताया कि उनका बेटा एमबीबीएस थर्ड ईयर की पढ़ाई यूक्रेन के खर्किब प्रांत की बीएन कराजिन यूनिवर्सिटी से कर रहा है। अचानक युद्ध शुरू होने से अब उनका परिवार अपने बेटे को लेकर चिंतित है। इंडियन एम्बेसी से संपर्क कर रहे हैं। गुरुवार की देर रात तक व्हॉटसएप से लगातार बात होते रही, लेकिन अब वहां नेटवर्क की भी प्रॉब्लम आ रही है। जिससे बच्चे से बात करने में परेशानी हो रही है। प्रत्युष की तरह ही शहर के दो अन्य छात्र व छात्रा भी यूक्रेन से ही एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं।
नहीं लग रहा हेल्पलाइन नंबर
प्रत्युष की तरह ही शहर के मधुवन कॉलोनी निवासी दिलजीत सिंह कौर की बेटी अर्शप्रीत भी यूक्रेन में एमबीबीएस थर्ड ईयर की छात्रा है। दिलजीत सिंह ने बताया कि फोन पर बेटी से लगातार बात हो रही है। यूक्रेन में बच्चे दहशत में हैं। लगातार हेल्पलाइन पर बात करने की कोशिश की जा रही है, लेकिन किसी से बात नहीं हो रही है।
सरकार आगे आकर मदद करे, बच्चों को जल्द लाएं
परासिया रोड निवासी धनंजय क्रिपान का बेटा संकल्प क्रिपान भी यूक्रेन में ही एमबीएस फस्र्ट ईयर की पढ़ाई कर रहा है। अपने बेटे को लेकर परेशान धनंजय ने बताया कि बेटा अभी यूक्रेन हॉस्टल में है, लेकिन युद्ध के चलते वहां के हालात लगातार बिगड़ रहे हैं। सरकार जल्द से जल्द यूक्रेन में फंसे छात्र-छात्राओं को भारत लाने का प्रयास करे।
वीडियो कॉल से बमुश्किल हो पा रही बात
यूक्रेन में फंसे बच्चों के अभिभावकों ने बताया कि वीडियो कॉल के माध्यम  से बमुश्किल बच्चों से बात हो पा रही है। नेटवर्क भी प्रापर काम नहीं कर रहा है। जिससे उनकी चिंता और बढ़ गई है।
प्रदेश के और भी छात्र फंसे
खबरों के मुताबिक मेडिकल की पढ़ाई करने प्रदेश से करीब 46 की संख्या में छात्र यूक्रेन गए हुए थे। इनमें से इंदौर व भोपाल के दो छात्र बुधवार को लौट पाए हैं। देश भर के करीब 18 हजार स्टूडेंट्स के यूक्रेन में फंसे होने की खबरें हैं।

Created On :   24 Feb 2022 11:18 PM IST

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