कम होंगी फॉर्मेसी की सीटें, नियमों में बदलाव

Farewell seats, changes in rules
कम होंगी फॉर्मेसी की सीटें, नियमों में बदलाव
कम होंगी फॉर्मेसी की सीटें, नियमों में बदलाव

डिजिटल डेस्क, नागपुर. नागपुर समेत देश के फॉर्मेसी कॉलेजों की सीटें कम हो सकती है। नागपुर के कई कॉलेजों में शिक्षकों की संख्या पर्याप्त नहीं है। ऐसे में फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया ने निजी और सरकारी कॉलेजों में स्पेशलाइजेशन सीटों को मंजूरी देने के नियमों में बदलाव किए हैं।

देश भर में विश्वविद्यालय के फार्मेसी विभागों और फार्मेसी कॉलेजों की संख्या डेढ़ हजार से अधिक है। हर साल फार्मेसी काउंसिल जरूरी नियमों को ध्यान में रखकर कॉलेजों में फार्मेसी की सीटें निर्धारित करती है, लेकिन अब सीटों को मंजूरी देने के पहले काउंसिल की टीम कॉलेज का निरीक्षण करेगी।

कॉलेज में शिक्षकों की पर्याप्त संख्या, लैब और अन्य जरूरी सुविधाओं की पड़ताल की जाएगी। नियमों के मुताबिक फार्मेसी स्पेशलाइजेशन के लिए एक प्रोफेसर, एक लेक्चरर और एक सहायक लेक्चरर होना चाहिए। इसके अलावा डिग्री पाठ्यक्रम के लिए कॉलेज में प्राचार्य समेत 16 शिक्षक अनिवार्य है, लेकिन काउंसिल के सामने आए कई मामलों में कॉलेजों में नियमों की अनदेखी कर कक्षाएं चलाई जा रही थीं। अब काउंसिल ने प्रत्येक कॉलेज में जरूरी शिक्षकों की संख्या और सुविधाएं होने पर ही सीटें मंजूर करने का फैसला लिया है।

Created On :   8 July 2017 2:17 PM IST

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