मांगों को लेकर 31 गांव के किसानों ने किया प्रदर्शन 

farmer protest against mp government
 मांगों को लेकर 31 गांव के किसानों ने किया प्रदर्शन 
 मांगों को लेकर 31 गांव के किसानों ने किया प्रदर्शन 

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। पेंच व्यपवर्तन परियोजना के डूब प्रभावित गांवों के ग्रामीणों ने गुरुवार को कलेक्ट्रेट पहुंचकर प्रदर्शन किया। अपनी मांगों को लेकर 31 गांव के किसान जिला मुख्यालय आए थे। प्रदर्शन के दौरान किसानों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए अधिकारियों को अपनी मांगों के समर्थन में ज्ञापन सौंपा। किसानों का कहना था कि यदि अभी भी हालातों में सुधार नहीं किया गया तो हम बड़ा आंदोलन सरकार के खिलाफ करेंगे। पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष अमित सक्सेना ने मौके पर ही किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि 31 गांव के किसानों के साथ सरकार भेदभाव कर रही है। यदि उचित कार्रवाई नहीं की गई तो बड़ा आंदोलन करेंगे। 

किसानों की हैं ये मांगे

मत्स्य पालन परियोजना के तहत दिया गया मत्स्य पालन का टेंडर निरस्त करते हुए मछली पकडने का अधिकार समितियों को दिया जाए। किसानों को बाकी परियोजनाओं की तरह विशेष पैकेज प्रदान किया जाए, ताकि किसानों को इसका लाभ मिल सके। किसानों को भू-अधिग्रहण कानून के तहत 70 प्रतिशत की राशि छूटे हुए गांव के किसानों को प्रदान की जाए। नेर-जमुनियां गांव की गाइडलाइन के मुताबिक किसानों को बढ़ा हुआ मुआवजा प्रदान किया जाए। किसानों को कुआं, बोर, पेड़, पशु शेड, मकान आदि का मुआवजा अभी तक नहीं मिला। इसे दिया जाए। प्रभावित गांवों के अनेक गांवों में किसानों की भूमि बची हुई है वहां खेतों में जाने के लिए रास्ता बनाया जाए। किसानों के मकानों का अधिग्रहण करते हुए उन्हें मुआवजा प्रदान किया जाए, ताकि वे अन्य जगह निवास कर सकें। किसानों को नए भूमि अधिग्रहण कानून के मुताबिक चार गुणा बढ़ा हुआ मुआवजा दिया जाए। अडानी पावर प्लांट को जो जमीन शासन ने दी है उसे वापस करें या किसानों को मुआवजा प्रदान करें। नए बनाएं गावों में बिजली, पानी, सड़क जैसी मूलभूत सुविधाओं की कमी है।  सुविधाओं में इजाफा किया जाए। प्रभावित क्षेत्र के किसान के परिवारों को मुआवजा प्रदान किया जाए, ताकि युवक बेरोजगार न रहें।                         

Created On :   15 Sept 2017 8:56 AM IST

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