अनुमति नहीं मिलने के बाद भी किसानों ने दी आंदोलन की चेतावनी, नगर बना छावनी

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अनुमति नहीं मिलने के बाद भी किसानों ने दी आंदोलन की चेतावनी, नगर बना छावनी
अनुमति नहीं मिलने के बाद भी किसानों ने दी आंदोलन की चेतावनी, नगर बना छावनी

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा/सौंसर। मप्र. किसान संघ व राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग संघ द्वारा सोमवार को किसानों की 25 सूत्रीय मांगों को लेकर सौंसर में घेरा डालो, डेरा डालो आंदोलन का एलान किया गया है। प्रशासन से आंदोलन की अनुमति नहीं मिलने के बाद भी संघ ने आंदोलन का एलान किया और तमाम तैयारी भी शुरू कर दी। प्रशासन ने इसे चुनौती मानकर कानून व्यवस्था बनाए रखने जिला मुख्यालय से पुलिस बल बुला लिया है। रविवार की शाम को नगर में पुलिस ने मार्च पास्ट किया। आंदोलन के आयोजकों ने प्रशासन को आगाह किया है कि आयोजन स्थल के मार्गों पर आवागमन में बाधा निर्मित की तो किसान उग्र हो सकते हैं। 

दो कंपनी के साथ अधिकारी तैनात

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार सौंसर में रविवार की शाम दो कंपनी के साथ पुलिस अधिकारी और स्थानीय पुलिस बैतूल पहुंच गया है। इसमें एक डीजीपी रिजर्व और एक आईजी रिजर्व बल शामिल है। रविवार की रात लगभग 8 बजे एडिशनल एसपी नीरज सोनी भी सौंसर पहुंच गए। पुलिस बल की कमान एसडीओपी केके वर्मा संभाल रहे हैं। 

निजी स्कूलों में अवकाश की घोषणा
नगर में प्रस्तावित आंदोलन के मद्देनजर पुलिस प्रशासन ने रविवार की शाम मुख्य मार्ग पर बैरिकेट्स लगा दिए हैं। इधर आंदोलन के कारण नगर के आधा दर्जन निजी स्कूलों ने छुट्टी की घोषणा कर दी है। नगर में व्यापारी और अन्य निजी संस्थानों के संचालक भी असमंजस में है। राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग संघ के प्रदेश महामंत्री सोपान कोहले ने बताया कि सरकार के विरोध में यह किसानों का आंदोलन है, कांग्रेस संगठन को न्यौता दिया गया है। सुबह 12 बजे नागपुर मार्ग स्थित एक होटल के सामने किसानों की सभा होगी। शाम 4 बजे ज्ञापन सौंपा जाएगा।  

वहीं इस मामले में पूर्व विधायक अजय चौरे ने बताया कि प्रशासन दहशत का माहौल बना रहा है। आंदोलन मार्ग पर बेरिकेट्स लगाए गए हैं, ताकि किसान आंदोलन में नहीं पहुंचे। किसानों को आंदोलन में शामिल होने से रोका तो वे उग्र हो सकते है।

Created On :   10 Dec 2017 11:13 PM IST

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