पिता जेल में मजदूरी कर तीन बच्चों की परवरिश कर रही बुजुर्ग दादी -भोजन के लाले,  समाज सेवियों ने की मदद

Father helping laborers, raising elderly children, raising three children - social workers helped
पिता जेल में मजदूरी कर तीन बच्चों की परवरिश कर रही बुजुर्ग दादी -भोजन के लाले,  समाज सेवियों ने की मदद
पिता जेल में मजदूरी कर तीन बच्चों की परवरिश कर रही बुजुर्ग दादी -भोजन के लाले,  समाज सेवियों ने की मदद

डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा। ढलती उम्र में तीन मासूम बच्चों की जिम्मेदारी उठाना मुश्किलों भरा हो गया है। मजदूरी कर अपना जीवन यापन करने वाली तुलसा यादव समझ नहीं पा रही है कि बच्चों का भविष्य कैसा होगा। तीन बच्चों को मजदूरी कर पालना कठिन हो रहा है। वहीं बच्चों की देखरेख करने के चलते मजदूरी भी नहीं हो पा रही है ऐसे में अब भोजन के भी लाले पडऩे लगे है। शहर के पतालेश्वर क्षेत्र में चौड़ाबाबा मंदिर के समीप रहने वाले रूपेंद्र यादव ने अपनी पत्नि गीता की हत्या बीते दिनों कर दी थी। जिसके चलते उसे जेल भी हो गई है। लेकिन 10 वर्षीय रोहन, 7 वर्षीय अंशु एवं 3 साल की रक्षा की जिम्मेदारी अब दादी के नाजुक कंधों पर आ गई है।
पहुंचाई खाद्य सामाग्री
सुक्लूढाना शासकीय स्कूल में
कार्यरत श्रीमती किरण सोनी जो कि वैश्य संगठन की संभागीय अध्यक्ष है। उन्हें क्षेत्र के लोगों से जानकारी मिली की बच्चों के पास पहनने के कपड़े नहीं है साथ ही खाने पीने की परेशानी हो रही है। सूचना पर समाजसेवी श्रीमती सोनी ने उन्हें खाद्य सामाग्री एवं कपड़े मुहैया कराए। वहीं जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी से बच्चों को बाल सुधारगृह में रखने के लिए कहा है। पहले भी कर चुके है मदद क्षेत्रवासी बच्चों की मदद के लिए पहले ही आगे आए थे। इसके बाद कुछ समाजसेवियों ने भी मदद की है। लेकिन तीन बच्चों के लिए यह मदद ना काफी ही है। जिले के अन्य समाजसेवी संगठन आगे आए तो बच्चों का भविष्य संवर सकता है।


 

Created On :   30 Oct 2020 3:53 PM IST

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