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कंप्यूटर, बैंकों की सील सहित एफडी जब्त, एसपी ने गठित की एसआईटी

डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा। बोहनाखैरी फर्जीवाड़े में चौरई पुलिस ने बुधवार को 48 लाख के गबन का खुलासा किया है। चार नामजद आरोपी बनाए गए हैं। जिनके घरों से दो कंप्यूटर, बैंकों की सील, सहित एफडी जब्त की गई। पुलिस के मुताबिक आरोपियों के घर से तकरीबन 10 लाख का सामान बरामद हुआ है। मंगलवार को प्रभारी मंत्री कमल पटेल के आदेश के बाद बुधवार को पुलिस अधीक्षक विवेक अग्रवाल ने चौरई एसडीओपी के नेतृत्व में 13 सदस्यीय एसआईटी (स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम) का गठन किया है। जो आगे अब इस पूरे फर्जीवाड़े की जांच करेगी।
बोहनाखैरी फर्जीवाड़े में पुलिस ने आरोपी ग्राम पंचायत सचिव राकेश चंदेल, रोजगार सहायक संजय चौरे, पंचायत इंस्पेक्टर सुनील अंधवान और कंप्यूटर ऑपरेटर रामअवतार वर्मा को मुख्य आरोपी बनाया है। इनके घरों पर छापामार कार्रवाई के पुलिस दल ने दो कंंप्यूटर, बैंक पासबुक, एटीएम कार्ड, पिं्रटर, माउस की बोर्ड सहित एफडी जब्त कर ली है। सबसे बड़ी बात है कि आरोपियों के घर से बैंक की सील भी बरामद हुई है। मुख्य आरोपी राकेश चंदेल के घर से पुलिस ने 3 लाख 50 हजार की एफडी और 5 लाख 23 हजार रुपए नगद, रोजगार सहायक संजय के घर से 70 हजार रुपए और पंचायत के सभी दस्तावेज जब्त कर लिए हैं।
अब नजर छिंदवाड़ा जनपद अमले पर
इस मामले में पुलिस की आगे की जांच छिंदवाड़ा जनपद पंचायत पर टिकी हुई है। अफसर भी मान रहे हैं कि इस पूरे फर्जीवाड़े को बिना जनपद के कर्मचारियों और अधिकारियों के साथ मिलकर अंजाम नहीं दिया जा सकता है। इस प्रकरण में अब किस कर्मचारी की कितनी भूमिका है। इसकी जांच पुलिस करेगी। हालांकि आरोपी सचिव इस मामले में पहले जनपद में पदस्थ क्लर्क गोपाल मरकाम का नाम ले चुका है।
ऐसे किया था फर्जीवाड़ा
प्रकरण-1
भवन एवं संनिर्माण कर्मकार मंडल योजना के तहत 23 लोगों को मृत बताकर दो-दो लाख की राशि निकाली गई। पंचायत के पास आधार कार्ड, पासबुक सहित अन्य आवेदन आते थे। उसका उपयोग किया जाता था। इसमें सचिव, रोजगार सहायक और पंचायत इंस्पेक्टर की भूमिका रहती थी। यही तीनों मिलकर पंचनामा में भी फर्जी हस्ताक्षर कर लेते थे।
प्रकरण-2
फर्जी पीएम रिपोर्ट और एफआईआर लगाकर किरण मालवी के साथ फर्जीवाड़ा करने वाले प्रकरण में पुलिस ने पाया कि आरोपियों ने कंप्यूटर ऑपरेटर रामअवतार वर्मा उर्फ नवीन पिता मनसुख वर्मा निवासी वार्ड नं. 22 सिवनी रोड के साथ मिलकर अंजाम दिया था। पुलिस ने रामअवतार को चौथा आरोपी बनाते हुए प्रकरण में इस्तेमाल एक कंप्यूटर, प्रिंटर और माउस की-बोर्ड को बरामद किया है।
ये हैं एसआईटी में
एसआईटी में प्रीतम सिंह वालरे एसडीओपी चौरई, शशि विश्वकर्मा थाना प्रभारी चौरई, दीपक डेहरिया थाना प्रभारी चांद, महेन्द्र मिश्रा उपनिरीक्षक बिछुआ, असगर अली खान एएसआई चौरई, पंकज नामदेव प्रधान आरक्षक चौरई, दिनेश यादव आरक्षक, राजेन्द्र बघेल, अभिषेक बघेल, सतीश बघेल, योगेश मालवीय आरक्षक चौरई, आदित्य रघुवंशी एवं नितिन सिंह साइबर सेल शामिल हैं।
ये थे पुलिस टीम में शामिल
जांच कर रही पुलिस टीम में थाना प्रभारी शशि विश्वकर्मा, लखनलाल अहिरवार, अर्चनासिंह ठाकुर, शेख असगर अली, सुहैल खान, जयसिंह, प्रकाश साहू, दिनेश यादव, अभिषेक, राजेंद्र और सतीश बघेल शामिल थे।
इनका कहना है
॥प्रकरण की आगे की जांच के लिए चौरई एसडीओपी के नेतृत्व में एसआईटी का गठन कर दिया गया है। मामले में अभी चार आरोपी बनाए गए हैं।
-विवेक अग्रवाल, एसपी छिंदवाड़ा
Created On :   1 Sept 2021 11:04 PM IST