दो छात्र गुटों के बीच विवाद, 18 को आईं गंभीर चोटें

Fight between two student groups, 18 were seriously injured
दो छात्र गुटों के बीच विवाद, 18 को आईं गंभीर चोटें
दो छात्र गुटों के बीच विवाद, 18 को आईं गंभीर चोटें

डिजिटल भास्कर, छिंदवाड़ा। शहर के मानसरोवर काम्प्लेक्स के ठीक पीछे संचालित ट्राइबल विभाग के एक कैंपस में संचालित चार छात्रावासों में रहने वाले छात्रों के बीच विवाद की स्थिति सामने आई है। विवाद ऐसा कि बच्चों ने एक-दूसरे के छात्रावासों में घुसकर बेल्ट, डंडे और लात घूसे चलाए, 18 छात्रों को आई चोटें हैं। घटना शनिवार सुबह 8:45 की है। जबकि रविवार को बच्चों के पालकों के छात्रावास पहुंचने पर उजागर हुई। पालकों ने छात्रावास में इस तरह की स्थिति पर आक्रोश जताया। वहीं सहायक आयुक्त ने मौके पर पहुंचकर जांच की।

गेंद को लेकर हुआ विवाद
आदिवासी बालक आश्रम में और नवीन एसटी व एससी जूनियर आश्रम के बच्चों की गेंद चले जाने से शुरू हुआ। गेंद लेने पहुंचे नवीन एसटी और जूनियर आश्रम के एक बच्चे के साथ मारपीट हो गई। बाद में नवीन एसटी और जूनियर आश्रम के बच्चों ने आदिवासी बालक आश्रम के एक बच्चे को उठाकर अपने आश्रम में बंद कर पीटा। बाद में आदिवासी बालक आश्रम के अन्य बच्चों ने नवीन एसटी और जूनियर आश्रम में घुसकर लगभग सभी बच्चों की पिटाई की। 

लंबे समय से चल रहा था विवाद
रविवार को तीनों आश्रम के बच्चों से चर्चा में यह बात सामने आई कि विवाद सिर्फ शनिवार को नहीं बल्कि पहले से चला आ रहा है। पहले भी कई बार छात्रावास के बच्चों में छोटी-छोटी झड़पें हो चुकी हैं। ऐसे में बच्चे अपने-अपने छात्रावासों को लेकर बच्चे संगठित हो गए थे। नतीजा शनिवार को विवादके रूप में सामने आया। 

चौकीदार और रसोइए से भी नहीं संभले
विवाद के दौरान बच्चे बीच बचाव करने गए चौकीदार और रसोइए से भी नहीं संभले। नवीन एसटी और जूनियर आश्रम के बच्चों ने दूसरे छात्रावास के बच्चों को अपने कब्जे में लेकर चैनल गेट बंद कर दिया था। बाद में अधीक्षक पहुंचे तब गेट खोला। इसी बीच दूसरे छात्रावास के बच्चों ने घुसकर उत्पात मचाया। 

बाल कल्याण समिति ने लिया संज्ञान
शासकीय छात्रावास में बच्चों के बीच हुए विवाद को जिला बाल कल्याण समिति ने संज्ञान में लिया है। समिति ने मौके पर जाकर बच्चों व पालकों से चर्चा की है। समिति सदस्य श्यामलराव ने बताया कि छात्रावास में बच्चों की देखरेख में लापरवाही की स्थिति सामने आई है। समिति मप्र बाल अधिकार संरक्षण आयोग को रिपोर्ट प्रस्तुत कर स्थिति से अवगत कराएगी।

Created On :   6 Aug 2018 4:11 PM IST

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