फिल्मकारों की पसंद बना नागपुर, हो रही शूटिंग

filmmakers is choosing Nagpur for shooting of films
फिल्मकारों की पसंद बना नागपुर, हो रही शूटिंग
फिल्मकारों की पसंद बना नागपुर, हो रही शूटिंग

डिजिटल डेस्क, नागपुर। संतरानगरी फिल्म इंडस्ट्री में शूटिंग के लिए काफी पसंद आ रही है। शार्ट फिल्में हो या फिर गीतों के एल्बम की शूटिंग के लिए यहां के स्पॉट पसंद किए जा रहे हैं। बता दें  हिंदी गीतों के एल्बम ‘जरा आहिस्ता चल’ की शूटिंग नागपुर में हो रही है। फिल्म इंडस्ट्री के साथ दर्शकों को भी इन दिनों रियल स्टोरी फिल्में काफी पसंद आ रही हैं। कुछ सालों में  एल्बम की शूटिंग का चलन तेजी से बढ़ा है। नागपुर में भी इसकी शूटिंग हो रही है।  पिछले कुछ महीने से रियल स्टोरी फिल्म शूट करने के लिए नागपुर के आसपास के क्षेत्र पसंद किए जा रहे हैं। कुछ शूटिंग नागपुर के अंबाझरी लेक, खिड़सी और फुटाला तालाब में हुई है। 

फिल्म  टूरिज्म को बढ़ावा
नागपुर में दिनों-दिन जिस तरह से एल्बम और फिल्मों की शूटिंग हो रही है, उससे नागपुर में फिल्म टूरिज्म का इजाफा होगा। यहां के लोकेशंस देख कर फिल्म डायरेक्टर प्रोड्यूसर नागपुर का रुख कर रहे हैं। इससे रोजगार के अवसर पर भी बढ़ेंगे। लंबी-लंबी शिफ्टों में काम करने वाले कलाकारों और प्रोडक्शन टीम के लोगों के लिए भी शूटिंग करना काफी रिलैक्सिंग लगता है। नागपुर में एल्बम ‘जरा आहिस्ता चल’ शूटिंग हो रही है, उसमें नागपुर के सोनू चौरसिया, मुंबई की शिवाली, मानसी, प्रियांश, दीपिका आदि अभिनय कर रहे हैं।  इसके गीतकार अशद अमेरी, डॉ. दीपक, डॉ. जमील साद हैं। कैमरामैन शकील हैं, म्यूजिक दिलीप दत्ता, निर्माता राज दत्त्ता, डायरेक्टर गौतम दत्ता हैं। इस कार्य के लिए तपन जैस्वाल, तुषार जैस्वाल, मकसूद आलम और सिद्धार्थ बागड़े का सहयोग मिल रहा है।

शूटिंग के लिए लोकेशन बढ़ती जाएगी
स्थानीय कला व कलाकारों के पक्ष को मजबूत करने के लक्ष्य भी तय हो रहे हैं। फिल्म शूटिंग को केवल नजारों तक सीमित न करते हुए प्रदेश पर्यटन व कला के प्रसार का माध्यम बनाया जा रहा है। फिल्मांकन की दृष्टि से उपलब्ध सुविधाओं ने शहर को सिने जगत का सरताज बन सकता है। क्षेत्रीय फिल्मों की दृष्टि से प्रयोग से स्थानीय कलाकारों को अवसर व उद्योग को सहारा देने में एक ही स्थान पर धरोहर भवनों की लंबी शृंखला है। अगर जनता को भागीदार बनाया जाए, तो निजी क्षेत्र के सहयोग से सिने टूरिज्म को बढ़ावा दिया जा सकता है।  संतरानगरी अच्छी है, लेकिन सरकार को और डेवलपमेंट करना चाहिए। यहां जनजागृति की कमी है। यदि सरकार पहल करती है, तो लोगों को राेजागर भी मिलेगा।
-सोनू चौरसिया, निर्माता 

Created On :   17 Jan 2018 3:58 PM IST

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