SNDL में हंगामा, पूर्व महापौर दटके सहित अन्य पार्षदों पर FIR

FIR against councilors including former Mayor for dispute in SNDL
SNDL में हंगामा, पूर्व महापौर दटके सहित अन्य पार्षदों पर FIR
SNDL में हंगामा, पूर्व महापौर दटके सहित अन्य पार्षदों पर FIR

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  बकाया बिजली बिल को लेकर उभरा विवाद इस तरह तूल पकड़ा कि गुस्साए पार्षदों ने SNDL के कार्यालय में तोड़फोड़ कर दी। बिजली कार्यालय में धमके लोगों का रौद्र रूप देख कर्मचारी अपनी जान बचाते यहां से वहां भागते रहे। घटना से काफी देर तक तनाव की स्थिति बनी रही।
 
पार्षदों को बदनाम करने का आरोप लगाते हुए पूर्व महापौर प्रवीण दटके के नेतृत्व में कई पार्षद छापरू नगर स्थित SNDL कार्यालय पहुंचे। खबर है कि वहां एक अधिकारी ने पार्षद वंदना यंगटवार से बदसलूकी की। इससे भाजपा पार्षद, पदाधिकारी व कार्यकर्ता भड़क गए। कुछ लोगों ने कुर्सियां फेंकनी शुरू कर दी। तोड़फोड़ और पुलिस से धक्का-मुक्की भी की गई। बताया गया कि इस हंगामे के बाद कार्यालय के कुछ कर्मचारी अपनी जान बचाते इधर-उधर भागते रहे। इस बीच पुलिस ने पूर्व महापौर प्रवीण दटके, पार्षद बाल्या बोरकर, मनोज चाफले, बंटी कुकड़े, वंदना यंगटवार, श्रद्धा पाठक के खिलाफ मुंबई एकी धारा 135 के तहत मामला दर्ज किया गया है। भाजपा पार्षदों के खिलाफ मामला दर्ज किए जाने से प्रकरण और गर्माने की आशंका जताई गई है।

अधिकारी नहीं थे मौजूद, काफी है बकाया
भाजपा के कुछ पार्षदों पर बिजली बिल का बड़े पैमाने पर बकाया होने की खबरें कुछ दिनों से प्रकाशित हो रही हैं। इसे गंभीरता से लेते हुए पूर्व महापौर प्रवीण दटके के नेतृत्व में कुछ पार्षद छापरू नगर स्थित SNDL कार्यालय में पहुंचे और इस खबर को बेबुनियाद बताते हुए पार्षदों को बदनाम करने का आरोप लगाया था। इस दौरान अधिकारी से खुलासा करने की भी मांग की थी, लेकिन अधिकारी के मौके पर उपस्थित नहीं होने के कारण भाजपा नेता बुधवार सुबह 11 बजे फिर कार्यालय में पहुंचे। हालांकि SNDL को इसकी पूर्व सूचना नहीं थी। बुधवार सुबह दटके के नेतृत्व में भाजपा के नगरसेवक बाल्या बोरकर, बंटी कुकड़े, मनोज चाफले, श्रद्धा पाठक, वंदना यंगटवार सहित पदाधिकारी व कार्यकर्ता एसएनडीएल के कार्यालय में पहुंचे।  

पार्षद से असभ्य बर्ताव 
खबर है कि चर्चा के दौरान ही एक अधिकारी ने पार्षद वंदना यंगटवार से बदसलूकी की। उन्हें असभ्य शब्द कहे, जिससे नगरसेवक और पदाधिकारी भड़क उठे। कुछ कार्यकर्ताओं ने कुर्सियां उठाकर तोड़फोड़ की। पुलिस के रोकने पर उनसे भी धक्का-मुक्की हुई। हंगामे को देखते हुए SNDL के कर्मचारी इधर-उधर भागते दिखे। हालांकि मामला गर्माता देख पूर्व महापौर प्रवीण दटके ने कार्यकर्ताओं को शांत कर स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की। इसके बाद दो अधिकारी, पूर्व महापौर के साथ वहां से निकल गए। 

नहीं की शिकायत, पुलिस ने दर्ज किया मामला
इधर, SNDL कंपनी की ओर से आधिकारिक बयान जारी करते हुए कहा गया है कि किसी पार्षद को बदनाम करने का इरादा नहीं है और न ही हमारे तरफ से कोई नाम जारी हुआ है। अगर पार्षदों पर बिजली बिल बकाया है तो वे तुरंत बिल भुगतान करें। बकाया नहीं है तो इसकी शिकायत SNDL कार्यालय में करें। कार्यालय में किसी नगरसेविका के साथ बदसलूकी नहीं हुई है। इसकी वीडियो रिकार्डिंग मौजूद है। हंगामे के कारण कर्मचारी अपनी जान-बचाने भागते रहे। हमारी तरफ से कोई शिकायत नहीं की गई। पुलिस ने स्वयं संज्ञान लेकर मामला दर्ज किया है।

तोड़फोड़ नहीं की गई
पूर्व महापौर प्रवीण दटके ने बताया कि समाचार-पत्रों में जिन नगरसेवकों के नाम प्रकाशित हुए हैं, वे गलत हैं। कुछ लोग ही हैं, जिन पर बकाया है। दूसरों को बदनाम करना ठीक नहीं है। मामला शांतिपूर्ण था, लेकिन अधिकारी द्वारा नगरसेविका के साथ बदसलूकी किए जाने से महौल बिगड़ गया। वहां कोई तोड़फोड़ या धक्का-मुक्की नहीं हुई है। SNDL के खिलाफ हमने भी शिकायत दर्ज कराई है। 

दलालों को नहीं बख्शेंगे
पार्षद बाल्या बोरकर का कहना है कि भाजपा नगरसेवकों को जान-बूझकर बदनाम किया जा रहा है। यह साजिश के तहत हुआ है। वहां पुलिस वाले भी मौजूद थे। उनसे पूछा जा सकता है कि किसने क्या किया। SNDL के दलालों को नहीं छोड़ा जाएगा। 

अधिकारी ने की गाली-गलौज 
पार्षद वंदना यंगटवार ने बताया कि बकाया बिजली बिल से कोई संबंध नहीं होने के बावजूद हमारा नाम बदनाम किया गया है। यह पूछने के लिए हम SNDNL कार्यालय गए थे। वहां मुझसे बदसलूकी कर एक अधिकारी ने गाली-गलौज की। उस अधिकारी पर तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए। 

Created On :   16 Nov 2017 12:49 PM IST

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