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झूठे सबूत पेश करने वाले सब-इंस्पेक्टर पर मामला दर्ज

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। लिंगा बायपास पर तेज रफ्तार ट्रैक्टर के पलटने से घायल मजदूर की मौत के बाद मृतक के भाई के बयान और ट्रैक्टर उमरानाला चौकी प्रभारी ने बदल दिए थे। मामले की जांच में दोषी पाए गए एसआई हेमंत यादव समेत 6 के खिलाफ एसपी गौरव तिवारी के निर्देश पर मामला दर्ज किया गया है। जांच अधिकारी और सौंसर SDOP केके वर्मा ने बताया कि 4 अक्टूबर 2015 को ट्रैक्टर क्रमांक एमपी 28 एए 8954 लिंगा बायपास पर पलट गया था।
इस हादसे में घायल मजदूर सुरेश की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। इस दौरान घटना स्थल पर मौजूद गवाहों ने अस्पताल चौकी में अपने बयान दर्ज कराए थे। अस्पताल चौकी से प्रकरण उमरानाला चौकी भेजा गया। चौकी प्रभारी हेमंत यादव ने चांद के ग्राम भाजीपानीखापा निवासी धनराज बंदेवार से आपसी सांठ-गांठ कर दुर्घटना वाला ट्रैक्टर बदलकर उसके स्थान पर चांदामेटा के ग्राम भाजीपानीखापा निवासी ओमप्रकाश बंदेवार के ट्रैक्टर क्रमांक एमपी 28 एसी 0435 से घटना होना बताया, जिसका बीमा था।
यहां तक कि एसआई ने मृतक के भाई राजेश कुमरे द्वारा दिए गए बयान में भी ट्रैक्टर का नंबर बदल दिया था। इसकी शिकायत राजेश कुमरे ने 6 दिसंबर 2015 को एसपी कार्यालय में की थी। उस समय जांच में एसआई दोषी पाए गए थे। इसी मामले की एसपी गौरव तिवारी ने दोबारा जांच कराई। जिसमें दोषी पाए जाने पर एसआई हेमंत यादव के खिलाफ मोहखेड़ थाने में मामला दर्ज किया गया है।
गवाहों ने भी बदल दिए बयान
SDOP केके वर्मा ने बताया कि इस घटना के गवाहों ने भी अपने बयान बदल दिए थे। जांच में वह भी दोषी पाए गए हैं। यदि गवाहों ने कोर्ट में झूठे बयान दर्ज कराए होंगे तो उन्हें सात साल की सजा हो सकती है। वर्मा ने बताया कि एसआई हेमंत यादव, ट्रैक्टर मालिक धनराज बंदेवार, ओमप्रकाश बंदेवार, विशिन, कमलेश समेत एक अन्य के खिलाफ मामला कायम किया गया है।
Created On :   29 Sept 2017 7:21 PM IST