ट्रेनिंग के बाद नौसेना के विभिन्न प्रतिष्ठानों और जंगी जहाजों पर तैनात हुई अग्निवीरों की पहली बैच

First batch of Agniveers deployed on various naval establishments and warships after training
ट्रेनिंग के बाद नौसेना के विभिन्न प्रतिष्ठानों और जंगी जहाजों पर तैनात हुई अग्निवीरों की पहली बैच
नौसेना ट्रेनिंग के बाद नौसेना के विभिन्न प्रतिष्ठानों और जंगी जहाजों पर तैनात हुई अग्निवीरों की पहली बैच

डिजिटल डेस्क, मुंबई। अग्निवीरों की पहली बैच अब भारतीय नौसेना वे विभिन्न जहाजों, युद्धपोतों और दूसरे प्रतिष्ठानों में तैनात कर दी गई है। नौसेना के 2600 अग्निवीरों को चुने जाने के बाद 16 हफ्तों की ट्रेनिंग दी गई जिसके बाद इसी साल 28 मार्च को आईएनएस चिल्का पर अग्निवीरों की पहली बैच की पासिंग आउट परेड हुई। पहली बैच में 273 महिला अग्निवीर भी शामिल हैं। प्रमुख जनसंपर्क अधिकारी (रक्षा) कैप्टन मेहुल कार्णिक ने बताया कि अग्निवीरों की पहली बैच प्राथमिक ट्रेनिंग पूरी कर नौसेना के विभिन्न प्रतिष्ठानों और जंगों पोतों पर तैनात की गई है। अगले चार महीने तक उन्हें उनके काम से जुड़ी ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके बाद अग्निवीर सही मायने में जिम्मेदारी संभालने के लिए तैयार हो जाएंगे।
कैप्टन कार्णिक ने बताया कि वेस्टर्न नेवल कमांड में भी महिलाओं समेत कई अग्निवीर तैनात किए गए हैं। इन अग्निवीरों को बताया जा रहा है कि उनकी क्या जिम्मेदारियां होंगी और उनसे किस तरह के काम की अपेक्षा की जा रही है। पश्चिमी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ वाइस एडमिरल दिनेश त्रिपाठी ने आईएनएस चिल्का पर तैनात अग्निवीरों का हौसला बढ़ाया। 

सच हुआ परिवार का सपना

भारतीय नौसेना ने एक वीडियो जारी किया है जिसमें ट्रेनिंग के बाद आईएनएस विक्रमादित्य पर तैनात किए गए अग्निवीरों ने अपने अनुभव साझा किए हैं। अग्निवीर खुशी ने कहा कि मेरे पिता और परिवार के दूसरे सदस्य चाहते थे कि मैं भारतीय नौसेना का हिस्सा बनूं। उनका सपना पूरा कर मुझे खुशी हुई। आईएनएस विक्रमादित्य पर तैनाती मेरे लिए गर्व की बात है। अग्निवीर जयेश ने कहा कि चार साल बाद मैं खुद को उत्साह से भरपूर, ज्यादा अनुशासित और दूसरों से अलग पाता हूं। 

क्या है अग्निपथ योजना

भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना में युवाओं को शामिल करने के लिए अग्निपथ योजना शुरू की गई है। इसके तहत साढ़े 17 से 21 साल तक के युवाओं का चुनाव कर उन्हें ट्रेनिंग दी जाती है। 4 साल की सेवा के बाद 25 फीसदी अग्निवीरों को आगे काम करने का मौका मिलेगा। बाकियों को दूसरे काम खोजने होंगे। अग्निवीरों को पहले साल में 4.76 लाख रुपए का पैकेज मिलेगा जो आखिरी साल तक बढ़ कर 6.92 लाख हो जाएगा। इसके जरिए 46 हजार सैनिकों की भर्ती की योजना है। इस योजना को लेकर काफी विवाद हुआ था।     

 

Created On :   16 April 2023 5:39 PM IST

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