फेसबुक पर विदेशी महिला से की दोस्ती, हो गई 9 लाख की ठगी

foreign woman cheated businessman of nagpur on facebook
फेसबुक पर विदेशी महिला से की दोस्ती, हो गई 9 लाख की ठगी
फेसबुक पर विदेशी महिला से की दोस्ती, हो गई 9 लाख की ठगी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। सोशल मीडिया पर ठगी की वारदातों से बचने के लिए सतर्कता बरतने की जरूरत होती है। अगर आपने ऐसा नहीं किया तो आपको नुकसान भी हो सकता है। ऐसी लापरवाही की वजह से नागपुर के एक व्यापारी को 9 लाख रुपए का चूना लग गया। लंदन की फेसबुक महिला मित्र ने व्यापारी को 2 मिलियन पाउंड का डीडी कस्टम अधिकारी के हाथ लगने का झांसा देकर उससे 9 लाख रुपए ऐंठ लिए।  
दरअसल युवा व्यापारी विजय रमेश सावरकर के पास कुछ दिनों पहले उसके फेसबुक पर लंदन से प्रिस्का नामक युवती ने फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी थी, जिसे विजय ने एक्सेप्ट कर लिया था। उसके बाद से दोनों फेसबुक और वॉटसएप पर चैटिंग कर रहे थे। प्रिस्का ने विजय को बताया था कि भारत में उसका कोई परिचित नहीं है और वह भारत में संपत्ति खरीदना चाहती है, तथा यहीं से एक इंग्लिश स्कूल संचालित करना चाहती है। विजय ने इस काम में प्रिस्का का साथ देने का वादा किया। अगस्त 2017 में एक दिन प्रिस्का ने विजय को फोन कर बताया की वह भारत आई है और दिल्ली एयरपोर्ट पर है। 

प्रिस्का ने बताया कि कस्टम अधिकारी महारानी खान ने उसकी तलाशी लेकर उसके पास की करीब 2 मिलियन पाउंड की डीडी जब्त कर ली है। डीडी छुड़ाने के लिए कस्टम ड्यूटी के तौर पर प्रिस्का से रुपए की मांग की जा रही है। उसके पास  इंडियन करंसी नहीं होने से विजय से सहायता मांगी। प्रिस्का ने विजय को दिल्ली एयरपोर्ट पर बुलाया, लेकिन विजय ने वहां आने में असमर्थता जताई और नागपुर आने के लिए कहा। इसके लिए विजय ने प्रिस्का को दिल्ली-नागपुर का एयर टिकट भेजा। प्रिस्का ने कस्टम अधिकारी के तौर पर महारानी खान नामक महिला से फोन पर बात भी कराई थी। विजय ने महारानी के बताए गए बैंक खाते में मित्र विशाल कोलसकर के हाथों कुल 9 लाख रुपए जमा करा दिए। यह 

रुपए जमा कराने के बाद प्रिस्का के अचानक गायब होने से विजय असंमजस में पड़ गया। प्रिस्का को ढूंढने वह दिल्ली एयरपोर्ट गया और कस्टम अधिकारियों से मिला। उन्होंने विजय को बताया कि महारानी खान नामक कोई कस्टम अधिकारी नहीं है। जिस घटना का विजय जिक्र कर रहा है, ऐसी कोई घटना वहां पर नहीं हुई है, जिससे विजय को ठगे जाने का अहसास हुआ। उसके बाद मामले की शिकायत की गई है। प्रकरण की जांच में मामला ठगी का होने से प्रकरण दर्ज किया गया है। साइबर सेल के मुखिया विशाल माने ने कहा है कि अपरिचित व्यक्ति की फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार न करें। खुद के बारे में बैंक खाता, ई-मेल आईडी या अन्य कोई भी गोपनीय जानकारी किसी अपरिचित को न दें।
 

Created On :   4 Sep 2017 9:34 AM GMT

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