पूर्व समिति प्रबंधक ने भावांतर में किया फर्जीवाड़ा- शासन को लगाई लाखों की चपत

Former committee manager has done fraud in bhavantar programme
पूर्व समिति प्रबंधक ने भावांतर में किया फर्जीवाड़ा- शासन को लगाई लाखों की चपत
पूर्व समिति प्रबंधक ने भावांतर में किया फर्जीवाड़ा- शासन को लगाई लाखों की चपत

डिजिटल डेस्क  छिंदवाड़ा। चांद की सहकारी समिति पचगांव के पूर्व प्रबंधक ने दस्तावेजों में हेर-फेर कर भावांतर योजना की राशि में फर्जीवाड़ा किया है। कलेक्टर के निर्देश पर प्रबंधक और डाटा एंट्री ऑपरेटर के खिलाफ चांद थाने में मामला पंजीबद्ध किया गया है। कलेक्टर जेके जैन को ग्रामीणों ने शिकायत की थी कि सहकारी समिति प्रबंधक द्वारा भावांतर योजना में सरकारी जमीन और फर्जी किसानों के नाम से पंजीयन कर आर्थिक लाभ लिया जा रहा है। इस मामले को गंभीरता से लेकर कलेक्टर ने एक तीन सदस्यीय जांच टीम गठित की।

जांच में सामने आया कि 17 जनवरी 2017 से 23 अप्रैल 2018 के बीच भावांतर योजना के तहत गेंहू और मक्के का जो पंजीयन किया गया है, उसमें फर्जीवाड़ा किया गया है। पूर्व प्रबंधक देवेन्द्र पिता दुलारेप्रसाद यादव और डाटा एंट्री ऑपरेटर रामस्वरूप पिता घनश्याम रघुवंशी ने मिलकर दस्तावेजों में हेर-फेर की और ऑनलाइन पोर्टल में गलत जानकारी भरकर 3 लाख 31 हजार 595 रुपए का फर्जी भुगतान कराया है। पचगांव प्रबंधक श्रीराम पिता भैयालाल चौरसिया की शिकायत पर देवेन्द्र और रामस्वरूप के खिलाफ धारा 420, 467, 468, 471, 34 के तहत मामला दर्ज किया गया है। 

181 पेज की बनी जांच रिपोर्ट 
कलेक्टर के निर्देश पर गठित तीन सदस्यीय जांच टीम में अतिरिक्त कलेक्टर अजीत तिर्की, सहायक अधीक्षक भू-अभिलेख ललित ग्वालवंशी, कृषि विभाग से सरीता शामिल थे। टीम ने मामले से जुड़े सभी लोगों के बयान दर्ज किए और दस्तावेजों की जांच की। जांच में सामने आया कि शासकीय भूमि और फर्जी किसानों की जानकारी पोर्टल पर अपलोड कर फर्जी भुगतान निकाला गया। ऑनलाइन पोर्टल में गलत जानकारी भरकर 3 लाख 31 हजार 595 रुपए का फर्जी भुगतान कराया है। पचगांव प्रबंधक श्रीराम पिता भैयालाल चौरसिया की शिकायत पर देवेन्द्र और रामस्वरूप के खिलाफ धारा 420, 467, 468, 471, 34 के तहत मामला दर्ज किया गया है। अधिकारियों की टीम ने 181 पेज की जांच रिपोर्ट कलेक्टर को सौंपी है।

 

Created On :   4 May 2018 1:09 PM IST

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story