यादों में प्रणब दा: पंचत्तव में विलीन हुए प्रणब मुखर्जी, लोधी श्मशान घाट पर हुआ अंतिम संस्कार, बेटे अभिजीत ने दी मुखाग्नि

यादों में प्रणब दा: पंचत्तव में विलीन हुए प्रणब मुखर्जी, लोधी श्मशान घाट पर हुआ अंतिम संस्कार, बेटे अभिजीत ने दी मुखाग्नि

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत रत्न से सम्मानित देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी (Former President Pranab Mukherjee) को आज (1 सितंबर) राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। मंगलवार को सबसे पहले अंतिम दर्शन के लिए प्रणब मुखर्जी का पार्थिव शरीर आर्मी हॉस्पिटल से उनके 10, राजाजी मार्ग स्थित सरकारी आवास पर लाया गया। जहां राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर तमाम राजनेताओं ने प्रणब दा को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद पार्थिव शरीर को दिल्ली के लोधी श्मशान घाट पर ले जाया गया। यहां पर प्रणब दा का अंतिम संस्कार किया गया। पूर्व राष्ट्रपति मुखर्जी कोरोना पॉजिटिव थे, इसलिए उनके अंतिम संस्कार कोविड प्रोटोकॉल के मुताबिक किया गया। उनके बेटे अभिजीत मुखर्जी ने उनकी अंतिम विदाई की।

पंचतत्व में विलीन हुए प्रणब दा

दिल्ली के आर्मी रिसर्च एंड रेफरल अस्पताल में ली अंतिम सांस
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का सोमवार शाम निधन हुआ। 84 साल की उम्र में उन्होंने दिल्ली स्थित आर्मी रिसर्च एंड रेफरल अस्पताल में अंतिम सांस ली। वो पिछले कई दिनों से बीमार थे और अस्पताल में भर्ती थे। बीते दिनों प्रणब मुखर्जी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। खून का थक्का जमने के कारण उनकी ब्रेन सर्जरी भी हुई थी। प्रणब मुखर्जी के बेटे अभिजीत मुखर्जी ने ट्वीट कर उनके निधन की जानकारी दी थी। प्रणब मुखर्जी को 2019 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। प्रणब मुखर्जी 2012 से 2017 तक देश के 13वें राष्ट्रपति थे। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से लेकर देश दुनिया के राजनेताओं ने मुखर्जी के निधन पर शोक जताया है।

प्रणब मुखर्जी को अंतिम विदाई:

लोधी श्मशान घाट पर प्रणब मुखर्जी का पार्थिव शरीर।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने दी श्रद्धांजलि।

उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू को दी श्रद्धांजलि।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रणब मुखर्जी को उनके आवास पर पहुंच कर श्रद्धांजलि अर्पित की।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रणब मुखर्जी को दी श्रद्धांजलि।

पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने दी श्रद्धांजलि।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दी श्रद्धांजलि।

लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने दी श्रद्धांजलि।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को दी श्रद्धांजलि।

बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने प्रणब मुखर्जी को दी श्रद्धांजलि।

सीडीएस जनरल बिपिन रावत और तीनों सेनाओं के चीफ ने प्रणब मुखर्जी को दी श्रद्धांजलि।

अंतिम दर्शन के लिए प्रणब मुखर्जी का पार्थिव शरीर आर्मी हॉस्पिटल से उनके 10, राजाजी मार्ग स्थित सरकारी आवास पर लाया गया।

चीन ने प्रणब मुखर्जी को दी श्रद्धांजलि
चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा, प्रणब मुखर्जी भारत के एक अनुभवी राजनेता थे। राजनीति में अपने 50 वर्षों में, उन्होंने चीन-भारत संबंधों में सकारात्मक योगदान दिया। यह चीन-भारत मित्रता और भारत के लिए एक भारी क्षति है। हम उनकी मृत्यु पर संवेदना व्यक्त करते हैं। 

देश में सात दिन का राजकीय शोक, तिरंगा आधा झुका 
पूर्व राष्ट्रपति के निधन पर केंद्र सरकार ने सात दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा की है। इस दौरान देश भर में उन सभी भवनों पर राष्ट्रीय ध्वज आधे झुके रहेंगे जहां ध्वज लगे रहते हैं। राष्ट्रपति भवन और संसद भवन में तिरंगा आधा झुका दिया गया है। पश्चिम बंगाल की ममता सरकार ने भी 1 सितंबर को राजकीय शोक का ऐलान किया है। इस दौरान सभी सरकारी ऑफिस बंद रहेंगे। राज्य पुलिस दिवस समारोह भी 2 सितंबर के लिए स्थगित कर दिया गया है। 

MP में सात दिन का राजकीय शोक
मध्य प्रदेश में भी सात दिवसीय राजकीय शोक घोषित किया गया है। जिसके चलते 6 सितंबर तक राजकीय शोक के दौरान प्रदेशभर में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा। राजकीय शोक के दौरान प्रदेश में शासकीय मनोरंजन और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित नहीं होंगे।

11 दिसंबर, 1935 को पश्चिम बंगाल में हुआ था जन्म
प्रणब मुखर्जी का जन्म 11 दिसंबर, 1935 को पश्चिम बंगाल के बीरभूमि जिले के मिरती गांव में हुआ था। उनके पिता कामदा किंकर मुखर्जी स्वतंत्रता आंदोलन में सक्रिय रहे। वे 1952 से 1964 तक बंगाल विधायी परिषद में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रतिनिधि रहे। प्रणब मुखर्जी ने कॉलेज प्राध्यापक के रूप में अपना करियर शुरू किया था। इसके बाद वे पत्रकार भी रहे। 1969 में उन्होंने अपनी राजनीतिक पारी की शुरूआत की। इंदिरा गांधी उन्हें राजनीति में लेकर आईं।

Created On :   1 Sep 2020 3:06 AM GMT

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