राम मंदिर का शिलान्यास होते देख लगा, मानो अब जीवन का अंत हो जाए, मर जाऊं, इच्छाएं पूरी हो गई- उमा भारती

Foundation stone of Ram temple was seen, want to die, wishes are fulfilled - Uma Bharti
राम मंदिर का शिलान्यास होते देख लगा, मानो अब जीवन का अंत हो जाए, मर जाऊं, इच्छाएं पूरी हो गई- उमा भारती
राम मंदिर का शिलान्यास होते देख लगा, मानो अब जीवन का अंत हो जाए, मर जाऊं, इच्छाएं पूरी हो गई- उमा भारती

डिजिटल डेस्क, नागपुर। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को जीवन का अंतिम सपना मानते हुए भाजपा नेता उमा भारती ने कहा कि शिलान्यास उनके लिए जीवन की सबसे बड़ी खुशी थी। बतौर उमा-शिलान्यास होते देख लगा, अब जीवन का अंत हो जाए, मर जाऊं। जीवन में अब कोई सपना रहा ही नहीं। भारती यह भी कहती है-मंदिर निर्माण को लेकर आत्मनुभूति व्यक्त करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं है। गर्व में जैसे शब्द भी कम पड़ने लगे हैं। शब्द, मन मस्तिष्क से निकलते हैं। यह तो आत्मा का विषय है। उन्होंने राजनीति से लेकर मंदिर आंदोलन में शामिल होने के बारे में विस्तार से जानकारी दी। प्रस्तुत है उसी चर्चा में सुश्री भारती की जुबानी।

Created On :   6 Sept 2020 7:27 PM IST

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