जिला परिषद में ढाई वर्ष में चौथा ट्रैप, 4 हस्तियां जाल में फंसी

Fourth trap in 4 and a half years in Zilla Parishad, 4 caught in trap
जिला परिषद में ढाई वर्ष में चौथा ट्रैप, 4 हस्तियां जाल में फंसी
जिला परिषद में ढाई वर्ष में चौथा ट्रैप, 4 हस्तियां जाल में फंसी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। ग्रामीण विकास का केंद्र माने जाने वाली जिला परिषद में भ्रष्टाचार चरम पर है। बिना आर्थिक लेन-देन के फाइल आगे नहीं बढ़ती हैं। जिम्मेदार पद पर बैठे 4 हस्तियों का ढाई वर्ष में एसीबी ट्रैप आना इस बात का प्रमाण है। विशेष स्कूल में कनिष्ठ लिपिक पद पर स्थायी नियुक्ति के लिए जिप में प्रभारी जिला समाज कल्याण अधिकारी अनिल वालके को 50 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए एसीबी ने गुरुवार को गिरफ्तार किया।

इससे पूर्व वर्ष 2018 में पंचायत विभाग के डिप्टी सीईओ अरुण निंबालकर को एक ग्रामसेवक से 50 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया था। इसके कुछ ही दिन बाद वित्त विभाग में कार्यरत एक कर्मचारी को रिश्वत लेते हुए दबोचा गया। कुछ ही दिन पूर्व ग्रामीण जलापूर्ति विभाग में कार्यकारी अभियंता विजय टाकलीकर को एक ठेकेदार से बिल पास करने के लिए रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया था। 

गुरुवार को एसीबी के जाल में फंसे प्रभारी जिला समाज कल्याण अधिकारी वालके को शुक्रवार को अदालत में पेश किया गया। अदालत ने उसे एक दिन की एसीबी कोठरी की सजा सुनाई है। उसकी संपत्ति की तलाशी ली जा रही है। इस प्रकरण में शिकायतकर्ता और वालके के बीच संभाषण में एक अन्य व्यक्ति की भूमिका मानी जा रही है। उस व्यक्ति पर भी गाज गिरने की आशंका व्यक्त की जा रही है।

रिश्वतखोर जिला समाज कल्याण अधिकारी को एक दिन का पीसीआर
उधर 50 हजार रुपए की रिश्वतखोरी के मामले में गिरफ्तार जिला समाज कल्याण अधिकारी अनिल श्रावण वालके (56) को एसीबी ने न्यायालय में पेश किया। न्यायालय ने उसे एक दिन की एसीबी की रिमांड में भेज दिया है। स्कूल में अनुकंपा के आधार पर नौकरी पर लगे उम्मीदवार को स्थायी रूप में पद की मान्यता देने के लिए प्रस्ताव वरिष्ठ अधिकारियों के पास भेजने के लिए वालके ने 50 हजार रुपए की रिश्वत मांगी। रिश्वत नहीं देने पर प्रस्ताव को आगे नहीं बढ़ाने की आरोपी ने धमकी दी। इस कारण पीड़ित उम्मीदवार ने उसकी एसीबी के पास शिकायत की।

मामले की छानबीन करने के बाद एसीबी के दस्ते ने वालके को गुरुवार दोपहर में 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया। आरोपी के मनीष नगर स्थित कमरे और वर्धा के आलिशान निवास स्थान की भी तलाशी एसीबी के दस्ते ने ली। इस दौरान एसीबी के हाथ विशेष कुछ नहीं लग पाया है। उसके पास पैतृक खेती है। हाईकोर्ट का निरीक्षण... आरोपियों के पक्ष में काम कर रही है पुलिस 
 

Created On :   16 Jan 2021 11:02 AM GMT

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