किसानों की कर्जमाफी अभी अधर में,सरकारी अध्यादेश का इंतजार

Framers Waiting for government ordinance for  debt waiver
किसानों की कर्जमाफी अभी अधर में,सरकारी अध्यादेश का इंतजार
किसानों की कर्जमाफी अभी अधर में,सरकारी अध्यादेश का इंतजार

डिजिटल डेस्क, नागपुर। तकनीकी कारणों से जो पात्र किसान कर्जमाफी का लाभ नहीं ले सके, उन्हें टीलसी अर्थात तहसील लेवल कमेटी के माध्यम से कर्जमाफी देने का फैसला तो सरकार ने बहुत पहले ले लिया, लेकिन इनमें से एक भी किसान को आज तक कर्जमाफी का लाभ नहीं मिल सका है। टीएलसी इन किसानों का डाटा अपलोड करके दो महीने पहले ही सरकार को भेज चुकी है। जिले में ऐसे किसानों की संख्या करीब 12 हजार है। 

यह निर्णय लिया 
राज्य सरकार ने अप्रैल 2008 से मार्च 2016 तक बकाया कर्जदार सभी किसानों को डेढ़ डेढ़ लाख की कर्जमाफी देने का निर्णय लिया था। जिन किसानों पर डेढ लाख से ज्यादा कर्ज बकाया है, उनके भी केवल डेढ़ लाख ही माफ होंगे, वह भी बाकी बचे कर्ज का भुगतान करने पर। नागपुर जिले में करीब 53 हजार किसानों का डेढ़ डेढ़ लाख का कर्ज माफ हुआ। इसके अलावा करीब 12 हजार किसान ऐसे हैं, जिन पर डेढ़ लाख से ज्यादा का कर्ज है। बाकी बची राशि का भुगतान करने पर ही इन किसानों को कर्जमाफी का लाभ मिलेगा।

जीआर जारी होने का इंतजार
सरकार ने 2001 से किसानों को कर्जमाफी देने का फैसला पिछले महीने लिया था। मंत्रिमंडल बैठक में इसे मंजूरी भी मिल गई। जिले से इसके लिए करीब 12 हजार किसान पात्र माने जा रहे हैं। इसमें आठ हजार से ज्यादा किसान नागपुर जिला मध्यवर्ति सहकारी (एनडीसीसी) बैंक के हैं। इसका जीआर अभी तक जारी नहीं हुआ है। जब तक जीआर जारी नहीं होगा, तब तक प्रशासन इस संबंध में प्रक्रिया शुरू नहीं कर सकता। 

ऐसे में तो नया कर्ज  नहीं मिल सकेगा
कर्जमाफी योजना के क्रियान्वयन के दौरान बड़े पैमाने पर अनियमितता हुई थी। कर्जमाफी में ऐसे लोगों के नाम जुड़ गए थे, जिन्होंने कभी खेती की ही नहीं। मुंबई में रहनेवाले लोगों के नाम भी कर्जमाफी में शामिल हो गए थे। विपक्ष द्वारा यह मामला उठाने पर राज्य सरकार ने तकनीकी खामी का हवाला देते हुए कर्जमाफी से वंचित सभी पात्र किसानों को कर्जमाफी का लाभ देने की घोषणा की थी। इसके लिए संबंधित किसानों को टीएलसी के माध्यम से डाटा अपलोड करना था। टीएलसी ने जिले के करीब 12 हजार किसानों की सिफारिश  सरकार के पास भेज दी। सरकार से अब तक इन्हें कर्जमाफी नहीं मिल सकी हैै। ये किसान अभी भी कर्जमाफी का इंतजार कर रहे हैं। खरीफ हंगाम का दौर चल रहा है। इन्हें शीघ्र कर्जमाफी नहीं मिली तो सात बारा कोरा नहीं होगा आैर नया कर्ज नहीं मिल सकेगा।
 

Created On :   9 May 2018 11:42 AM IST

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