ब्रोकर से सर्टिफिकेट बनवाना पड़ा महंगा, इंजीनियरिंग की पढ़ाई हुई बर्बाद

fraud case on engineering student for make certificates by broker
ब्रोकर से सर्टिफिकेट बनवाना पड़ा महंगा, इंजीनियरिंग की पढ़ाई हुई बर्बाद
ब्रोकर से सर्टिफिकेट बनवाना पड़ा महंगा, इंजीनियरिंग की पढ़ाई हुई बर्बाद

डिजिटल डेस्क,नागपुर। एक इंजीनियरिंग के स्टूडेंट को दलाल के हाथों सर्टिफिकेट बनाना काफी महंगा पड़ गया। दलाल की वजह से उसकी पढ़ाई बर्बाद हो गई । बताया जाता है कि दलाल ने उसे फर्जी जाति प्रमानपत्र थमा दिया था। प्रकरण के उजागर होने से बुधवार को दोनों के खिलाफ सदर थाने में धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज किया गया है। आकाश गणेश कनौजे (22) गरौबा मैदान निवासी मई 2016 में अपना जाति प्रमानपत्र बनाने के लिए तहसील कार्यालय में गया। वहां पर उसकी मुलाकात दलाल रमेश वानखेड़े पांढराबोड़ी निवासी से हुई। रमेश ने उसे प्रमाणपत्र देने की हामी भरी। इसके बदले में आकाश से करीब ढाई हजार रुपए की मांग की थी। प्रमाणपत्र जरूरी होने से आकाश ने रमेश को ढाई हजार रुपए दिए। इसके बावजूद आकाश को असली जाति प्रमाणपत्र देने की बजाय रमेश ने नकली जाति प्रमाणपत्र थमा दिए। इससे अनभिज्ञ आकाश ने वही प्रमापणत्र प्रियदर्शिनी अभियांत्रिकी महाविद्यालय में जमा कर दिया। उसी के आधार पर महाविद्यालय में उसका दाखिला हो गया था। 
जाति संशोधन समिति ने किया खुलासा
जब जाति संशोधन समिति ने दस्तावेजों की पड़ताल की, तो आकाश का जाति प्रमाणपत्र फर्जी पाया गया है। इस खुलासे से आकाश का दाखिला  महाविद्यालय से रद्द कर दिया गया है। आकाश को फर्जी प्रमाणपत्र के बारे में कुछ भी जानकारी नहीं थी। वह यही समझ रहा था कि उसने रुपए देकर असली प्रमाणपत्र बनवाया है। दलाल की वजह से आकाश की अभियांत्रिकी की पढ़ाई बर्बाद हो गई है। दस्तावेज आकाश के नाम का होने से दलाल समेत उसके भी खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है। 
फर्जी हस्ताक्षर और सील
जाति संशोधन समिति के अनुसार आकाश के जाति प्रमाणपत्र पर संबंधित कार्यालय के अधिकारी का  फर्जी हस्ताक्षर और सील लगी हुई थी। प्रकरण के लिए मुख्यत: आकाश को ही जिम्मेदार माना जा रहा है। उल्लेखनीय है कि जिला और तहसील कार्यालय परिसर में बड़े पैमाने में दलाल सक्रिय हैं। कई बार उनके खिलाफ कार्रवाई भी हुई है। इसके बावजूद वे अभी भी सक्रिय हैं।
 

Created On :   18 Jan 2018 1:00 PM IST

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