एयरपोर्ट से सोनेगांव तालाब तक सिंगल लेन से कम होगी 5 किलोमीटर की दूरी

From airport to Sonegaon pond distance will be decreased 5 kilometers
एयरपोर्ट से सोनेगांव तालाब तक सिंगल लेन से कम होगी 5 किलोमीटर की दूरी
एयरपोर्ट से सोनेगांव तालाब तक सिंगल लेन से कम होगी 5 किलोमीटर की दूरी

डिजिटल डेस्क,नागपुर। एयरपोर्ट से सोनेगांव ताला तक सिंगल फेज लाइन से 5 किलोमीटर की दूरी कम होगी।  वर्धा मार्ग पर जारी निर्माणकार्यों और भारी भरकम मशीनों के बीच यातायात की सुगमता बनाए रखने के लिए महामेट्रो ने एक नया रास्ता खोज निकाला है। यह मार्ग एयरपोर्ट परिसर से लगे फ्लाइंग क्लब के ठीक सामने से होकर जंगल वाले इलाके से होता हुआ सोनेगांव तालाब के मार्ग पर जाकर खुलेगा। सिंगल लेन यह मार्ग तकरीबन 900 मीटर लंबा बताया जा रहा है, जो एयरपोर्ट पहुंचने के लिए तकरीबन पांच किलोमीटर के फेरे से खामला और सोनेगांव तालाब परिसर के नागरिकों को निजात दिलाएगा।

फिलहाल साफ नहीं है स्थिति
महामेट्रो अथॉरिटी से हालांकि मिली जानकारी के अनुसार, यह सड़क फिलहाल किस तरह की गतिविधियों के लिए छोड़ा जाएगा, यह साफ नहीं हो पाया है। माना जा रहा है कि इकहरी लेन की इस सड़क पर वर्धा मार्ग का पूरा ट्राफिक डायवर्ट नहीं किया जा सकता है। सड़क के निर्माण के लिए सिर्फ एक पतली लेयर बिछाए जाने से लेकर इसके आकार को देकर इसे वीआईपी और वीवीआईपी मूवमेंट के लिए बेहतरीन माना जा रहा है। एयरपोर्ट पहुंचनेवाले वीवीआईपी मूवमेंट को वर्धा मार्ग के संकरे रास्ते में भेजने के बजाए एयरपोर्ट से लगी इस सड़क से निकालकर खामला चौराहे पर पांच मिनट के भीतर पहुंचा जा सकता है।खामला से अजनी होते हुए शहर के भीतर और सिविल लाइन परिसर में आसानी से पहुंचा जा सकता है। इसलिए पुलिस यातायात विभाग में इस बात को लेकर मंथन का दौर जारी है कि इस मार्ग को वीवीआईपी मूवमेंट के लिए खोला जाए या आम नागरिकों की गतिविधियों को भी इसमें अनुमति दी जाए। 

एमएडीसी की जमीन और एएआई से ली अनुमति
महामेट्रो की ओर से जानकारी मिली है कि एमएडीसी की जमीन पर बनाई गई यह सड़क पहले से ही मौजूद थी, लेकिन इसकी हालत काफी खराब थी। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया से भी अनुमति मिलने के बाद इस सड़क को तैयार किया गया है। एक लेयर सड़क की बिछाकर इस मार्ग को तैयार किया गया है, जिसके लिए तकरीबन 20 लाख रुपए का खर्च मेट्रो प्रशासन की ओर से किया गया है। 

प्राकृतिक व ऐतिहासिक स्थलों के भी होंगे दर्शन
इस मार्ग पर प्राकृतिक और ऐतिहासिक स्थलों के भरपूर दर्शन होंगे। भगवान कृष्ण का ऐतिसाहिक मंदिर, बावड़ी, कुआं, मंच आदि कई ऐतिहासिक दर्शनीय स्थल हैं। मंदिर परिसर में तुलसीबाग भी है, जहां 200 से ज्यादा तुलसी के पौधे मंदिर पहुंचनेवालों को सुकून और ताजगी से भर देते हैं।

Created On :   5 April 2018 5:26 AM GMT

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