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ऑयल डिपो की आड़ में ईंधन चोरी का खेल, फुटेज की जांच में पकड़ा गया ड्राइवर का झूठ
डिजिटल डेस्क, वर्धा। दहेगांव (रे) के नायरा डिपो से निकलने वाले टैंकर से ईंधन चोरी के मामले में पुलिस ने धनविजय पेट्रोल पंप के खंगाले फुटेज में ट्रांसपोर्टर विजय ढोमने, रवि गोड़े और ड्राइवर वामन जाधव पर शक की सुई घूम गई है। फुटेज में ड्राइवर का झूठ और मामले को दबाने को लेकर ट्रांसपोर्टर संदेह के दायरे में आ गया है।
दूसरी ओर इस मामले में चोरी की जानकारी मिलते ही सावंगी पुलिस को सूचना दी जानी चाहिए थी, लेकिन ट्रांसपोर्टर ने तीन दिन बाद इसकी सूचना पुलिस को दी। रविवार को देर शाम ट्रांसपोर्टर अमाेल ढोमणे की जानकारी पर ड्राइवर वामन जाधव का बयान पुलिस ने दर्ज किया। बयान की जांच के लिए धनविजय पेट्रोल पंप के सीसीटीवी फुटेज को खंगालने पर ड्राइवर का झूठ पकड़ा गया है। अब पुलिस ट्रांसपोर्टर और कंपनी अधिकारियों के बयान दर्ज करेगी।
तालों की मूल चाबी संचालकों के पास रहती है : पेट्रोलियम कंपनी की ओर से बेहद सुरक्षित ताले ईंधन टैंकर के लिए मुहैया कराए जाते हैं। प्रत्येक ताले के लिए करीब 3,500 रुपए शुल्क भी पेट्रोल पंप संचालक से लिया जाता है। प्रति टैंकर तीन तालों का शुल्क करीब 12,000 लिया जाता है। तालों की मूल चाबी पेट्रोल पंप संचालकों को सौंप दी जाती है। ईंधन भरने के बाद मास्टर चाबी से डिपो के अधिकारी तालाबंद करते हैं। पश्चात तालों को सील किया जाता है। बावजूद नायरा डिपो से धनविजय पेट्रोल पंप तक पहुंचते ही टैंकरों का ताला खोलकर पेट्रोल और डीजल की चोरी को अंजाम दिया जा रहा है।
पंप पर पहुंचने से पहले ही टैंकर के ताले खुले हुए थे : ड्राइवर वामन ने पुलिस को प्राथमिक जांच में बताया है कि, धनविजय पेट्रोल पंप पर 28 फरवरी की रात को वह सोया था। वामन के इस बयान पर सावंगी पुलिस ने धनविजय पेट्रोल पंप के फुटेज जब्त किए। फुटेज में पेट्रोल पंप पर आने से पहले ही टैंकर के सभी ताले खुले हुए थे। टैंकर के पेट्रोल की जांच के नाम पर चोरी करने की कोशिश हो रही थी। पुलिस ने फुटेज की जानकारी कंपनी अधिकारी और ट्रांसपोर्टर अमोल ढोमणे, रवि गोड़े को दी है। सावंगी पुलिस ने इन सभी को अपने बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया है।
कंपनी की धनविजय पंप
उल्लेखनीय है कि, इस मामले में एचपीसीएल कंपनी अधिकारियों अथवा सतर्कता विभाग ने धनविजय पेट्रोल पंप की जांच करने की कोशिश तक नहीं की। अधिकारियों का दावा है कि, पुलिस पेट्रोल पंप पर पहुंची थी, लेकिन फुटेज की जांच नहीं की गई है। इस पूरे मामले में कंपनी पेट्रोल पंप और संचालकों को बगैर जांच के क्लीन चिट दे रही है और सावंगी पुलिस को कटघरे में खड़ा किया जा रहा है।
कंपनी और ट्रांसपोर्टर तथ्य छिपा रहे हैं
पेट्रोलियम कंपनी के अधिकारी और ट्रांसपोर्ट कंपनी के संचालक मामले में तथ्याें को छिपा रहे हैं। ड्राइवर का बयान भी फुटेज में पकड़ आ गया है। फुटेज में टैंकर के ताले पहले से ही टूटे नजर आ रहे हैं।
-धनाजी जलक, पुलिस निरीक्षक, सावंगी (मेघे)
जांच चल रही है
इस मामले की जानकारी मिलने पर तत्काल जांच और कार्रवाई शुरू की है। ईंधन में मिलावट की जांच के नमूनों को जांच के लिए प्रयोगशाला में भेजा गया है। ट्रांसपोर्ट कंपनी और पेट्रोलियम कंपनी के बीच अनुबंध में रवि गोड़े के आने को लेकर भी जांच हो रही है। सावंगी पुलिस धनविजय पंप पर पहुंची थी, लेकिन फुटेज की जांच नहीं की है। कंपनी ने कोई भी नियम और प्रक्रिया की अनदेखी नहीं की है।
-जीवन प्रकाश, क्षेत्रीय प्रबंधक, एचपीसीएल, नागपुर
Created On :   10 March 2022 7:47 PM IST