गडकरी ने सड़क परियोजनाओं की मियाद घटाई, जून की बजाए मार्च में ही पूरा होगा काम  

Gadkari reduced the deadline of many road projects, will be completed in March instead June
गडकरी ने सड़क परियोजनाओं की मियाद घटाई, जून की बजाए मार्च में ही पूरा होगा काम  
गडकरी ने सड़क परियोजनाओं की मियाद घटाई, जून की बजाए मार्च में ही पूरा होगा काम  

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मोदी सरकार पिछले चार साल में सड़क निर्माण के क्षेत्र में हुए शानदार कामकाज को अगले लोकसभा चुनाव में भुनाने की तैयारी में है। इस क्रम में अपने मंत्रालय के प्रदर्शन से उत्साहित केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितीन गडकरी ने जून 2019 तक पूरी होने वाली सड़क परियोजनाओं की मियाद घटाकर मार्च 2019 तय कर दी है। उन्होंने निर्देश दिया है कि इन परियोजनाओं का काम अगले वर्ष आचार संहिता लागू होने से पहले यानी मार्च तक पूरा कर लिया जाए

गडकरी ने बताया कि पिछले दिनों हमने गोवा में 20 राज्यों की 100 करोड़ से ज्यादा लागत वाली सड़क परियोजनाआें के कामकाज की समीक्षा की है। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य 300 परियोजनाआें का काम 2019 में पूरा करने का है। उन्होंने कहा कि मंत्रालय की 153 सड़क परियोजनाओं और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की 127 परियोजनाओं को जून 2019 तक पूरा किया जाना है। हमने जून 2019 तक पूरी होने वाली सभी परियोजनाओं का काम मार्च 2019 तक पूरा करने का लक्ष्य तय किया है। चूंकि पिछले चार साल की मोदी सरकार की उपलब्धियों में सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय का काम टॉप पर है। लिहाजा मंत्रालय के काम को और प्रभावी दिखाने के मकसद से यह फैसला किया गया है।

ठेकेदारों, अधिकारियों का होगा परफॉर्मेंस ऑडिट
नितीन गडकरी ने सड़क परियोजनाओं से संबंधित जमीन अधिग्रहण या फिर पर्यावरणीय स्वीकृति दिलाने के मामले में उत्तरप्रदेश की योगी सरकार की तारीफ की है। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु, केरल और महाराष्ट्र की तरह उत्तरप्रदेश ने भी इस मामले में बेहतर काम किया है, लेकिन बिहार और ओडिशा के प्रदर्शन से वे संतुष्ट नहीं हैं। उन्होंने कहा कि बिहार में जहां भूमि अधिग्रहण का काम लटका पड़ा है तो वहीं ओडिशा में नए वन्यजीव दिशा निर्देश एवं पर्यावरण स्वीकृति में देरी की वजह से कई काम रूके पड़े हैं। उन्होंने यह भी कहा कि काम में अड़ंगा लगाने वाले अधिकारियों व ठेकेदारों की अब खैर नहीं रहेगी। ठेकेदारों और अधिकारियों के काम की अब जांच होगी अौर प्रदर्शन के आधार पर उन्हें दंडित और सम्मानित किया जाएगा। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र की नदियों से रेत व मलबा निकालने का काम चल रहा है। इस क्रम में अकोला और बुलढाणा में नदियों से बड़े पैमाने पर मलबा निकालने के बाद जल संग्रहण का काम हुआ है। 
 

Created On :   14 Jun 2018 2:18 PM GMT

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