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लाख रूपए में नाबालिग खरीदकर दो सगे भाई करते थे दुष्कर्म, गिरोह धराया

डिजिटल डेस्क, नागपुर। कम समय में अमीर बनने के लिए नाबालिग लड़कियों को बेचने का धंधा करने वाले गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश किया है। नागपुर की एक किशोरी को शादी में ले जाने का झांसा देकर आरोपियों ने उसे राजस्थान के एक युवक को 1.15 लाख रुपए में बेच दिया। इस मामले में अजनी पुलिस ने महिला सहित एक आरोपी को गिरफ्तार किया है जबकि अन्य 9 आरोपियों की पुलिस तलाश कर रही है। आरोपी महिला का नाम लता हरिदास तिजारे और किशोरी को खरीदने वाले आरोपी का नाम सागर गुर्जर है। अन्य आरोपी श्वेता, शिवानी, राजभल्ला, मध्यप्रदेश का एक दलाल सहित 7 की खोजबीन की जा रही है। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपी लता तिजारे और सागर गुर्जर को अदालत के समक्ष पेश किया। अदालत ने दोनों आरोपियों को 14 दिनों की पुलिस रिमांंड पर भेज दिया है। प्रकरण में आरोपी सागर गुर्जर का भाई नारायण गुर्जर भी शामिल है।
शादी के बहाने हुआ सौदा
बहुत ही निर्धन घर की किशोरी की श्वेता से जान-पहचान थी। श्वेता ने उस किशोरी के बारे में लता तिजारे और अन्य दोस्तों से चर्चा की। उसके दोस्तों ने किशोरी को बेचकर पैसे बनाने की योजना बनाई। श्वेता ने किशोरी से कहा कि वह मध्यप्रदेश में शादी करने जा रही है। तुम साथ चलोगी क्या? वह तैयार हो गई। आरोपी उसे मध्यप्रदेश में एक दलाल के पास ले गए। उस दलाल ने राजस्थान के सागर गुर्जर को मध्यप्रदेश में बुलाकर पहले किशाेरी को दिखाया। किशोरी उन्हें पसंद आ गई।
दोनों भाई करते थे दुष्कर्म
सागर गुर्जर ने किशोरी को 1 लाख 15 हजार रुपए में खरीद लिया। किशोरी को बेचने के बाद सभी आरोपी वापस अपने-अपने घर लौट आए। उधर, मध्यप्रदेश से राजस्थान ले जाने के बाद सागर ने उसके साथ जबरन शादी कर ली। इसके बाद सागर और उसका बड़ा भाई नारायण गुर्जर उसके साथ जबरन दुष्कर्म किया करते थे। इधर, किशोरी के गायब होने पर परिजनों ने अजनी थाने में शिकायत दर्ज कराई। प्रकरण की जांच उपनिरीक्षक इंगले को सौंपी गई। इंगले को पुलिस प्रशिक्षण के लिए बाहर भेजा गया। उनकी जगह पर प्रकरण की जांच एपीआई गावंडे को सौंपी गई।
फोन पर दी परिजनों को जानकारी
उधर, मौका पाकर पीड़ित किशोरी ने फोन पर परिजनों को लता के कारनामे बताए। परिजनों ने थाने में इसकी जानकारी दी। तब गावंडे ने लता तिजारे को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया। शुरूआत में वह इनकार करती रही, लेकिन पुलिसिया पूछताछ के सामने ज्यादा देर टिक नहीं सकी। उसने सारा सच उगल दिया। लता को पुलिस ने गिरफ़्तार किया। उसके बाद उसे मध्यप्रदेश लेकर गई। वहां पर दलाल नहीं मिला। तब पुलिस सागर गुर्जर की खोजबीन में निकली। उसका पता चल चुका था। काफी मश्क्कत के बाद पुलिस सागर गुर्जर को गिरफ्तार करने में सफल हुई। सागर का भाई नारायण गुर्जर फरार हो गया है। फिलहाल लता तिजारे और सागर गुर्जर अजनी पुलिस की रिमांड पर हैं।
तीन बेटियों की मां है लता
पुलिस ने बताया कि लता तीन बेटियों की मां है। पिछले वर्ष इसकी भी एक बेटी लापता हो गई थी। तब अजनी थाने में उसने बेटी के गायब होने की शिकायत दर्ज कराई थी। अजनी पुलिस ने उसकी बेटी को मध्यप्रदेश से मुक्त कराया था। इस प्रकरण में तब पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इसमें से एक आरोपी अभी भी नागपुर की जेल में बंद है। इस बार दूसरे की बेटी को बेचने के मामले में वह खुद आरोपी है। लता मूलत: हिंगनघाट की है। शादी के बाद वह नागपुर आ गई। उसका पति भी उसके साथ नहीं रहता है। उसकी सास को शासकीय योजना के अंतर्गत कुछ पैसे मिलते हैं, जिसके भरोसे पर उसका परिवार चलता था। उसने कम समय में अमीर बनने के सपने देखा और किशोरी को बेचने वाले गिरोह में शामिल हो गई।
Created On :   23 April 2018 10:35 AM IST