कुछ वर्षों में खत्म हो जाएगा आय और खर्च का अंतरः मुनगंटीवार

Gap between income and expenditure will end Soon: Mungantiwar
कुछ वर्षों में खत्म हो जाएगा आय और खर्च का अंतरः मुनगंटीवार
कुछ वर्षों में खत्म हो जाएगा आय और खर्च का अंतरः मुनगंटीवार

डिजिटल डेस्क, मुंबई। विपक्ष 47 साल एक महीने दो दिन में जिन समस्याओं का हल नहीं निकाल पाया उसे लेकर अब हमसे सवाल कर रहा है। बजट प्रस्ताव पर नौ घंटे 40 मिनट चली चर्चा का उत्तर देते हुए वित्तमंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने यह बात कही। उन्होंने माना कि राजस्व आय के मुकाबले राजस्व खर्च ज्यादा है लेकिन अगले कुछ वर्षों में इस पर काबू पा लिया जाएगा।विपक्ष पर पलटवार करते हुए वित्तमंत्री मुनगंटीवार ने कहा कि जो 15 साल तक फेल होते रहे वे 75 फीसदी अंक से पास होने वाले शख्स को सीख दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि आघाड़ी सरकार के दौरान कर्ज राज्य सकल घरेलू उत्पादन का 25 फीसदी से ज्यादा हो गया था। इसे अब घटाकर 16.6 फीसदी तक लाया गया है। हमारा प्रयास 16.3 तक लाने का था लेकिन कर्जमाफी के चलते इसमें बढ़ोत्तरी हुई। 

200 नेताओं को लिखा पत्र, सिर्फ एक ने दिया जवाब 
बजट से पूर्व सुझाव के लिए वित्तमंत्री ने 200 नेताओं को पत्र लिखा लेकिन सिर्फ एक ने उत्तर दिया। उसने भी राजस्व घाटा कम करने का सुझाव दिया था। पर वह राजस्व घाटा बढ़ाने वाला सुझाव था।केंद्र से मदद न मिलने के दावों को खारिज करते हुए मुनगंटीवार ने कहा कि केंद्र ने राज्य का हिस्सा 32 फीसदी से 42 फीसदी कर दिया। वित्तमंत्री ने स्वीकार किया कि राजस्व घाटा कम होना चाहिए इसे शून्य पर लाने के लिए उन्होंने जनता से पांच से सात साल का समय मांगा। वित्तमंत्री ने कहा कि गुजरात, कर्नाटक जैसे राज्यों की तुलना में हमें वेतन और पेंशन के रुप में ज्यादा रकम खर्च करनी पड़ती है। मुनगंटीवार ने दावा किया कि मेक इन महाराष्ट्र और दूसरे कदमों से राज्य में लाखों लोगों को रोजगार मिला है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय राज्य मार्ग और विभिन्न परियोजनाओं के चलते वन क्षेत्र में 17 वर्ग किलोमीटर की कमी हुई लेकिन राज्य सरकार ने कुल 273 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में पेड़ लगाया जो देश में सबसे ज्यादा है। 

विपक्ष को स्मारक पर सवाल करने का अधिकार नहीं 
विपक्ष के छत्रपति शिवाजी महाराज स्मारक को लेकर उठाए जा रहे सवालों के जवाब में वित्तमंत्री ने कहा कि तीन साल में अरब सागर में स्मारक तैयार हो जाएगा। विपक्ष पर प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि उनका शिवाजी महाराज के प्रति प्रेम मात्र दिखावा है। साल 2003-04 में शिवनेरी किले के लिए 10 करोड़ के प्रावधान के बावजूद एक भी पैसा नहीं खर्च किया। उन्होंने कहा कि आधाडी सरकार ने 306 फीट के स्मारक का प्रस्ताव किया था लेकिन मौजूदा सरकार 210 मीटर का स्मारक बना रही है। उन्होंने कहा कि स्मारक के लिए इंजीनियरों की राय के मुताबिक बदलाव किया गया है। 

साथ लड़ेंगे शिवसेना-BJP 
उत्तर प्रदेश और बिहार उपचुनाव में हुई BJP कि हार का असर महाराष्ट्र विधानसभा में भी देखने को मिला। वित्तमंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि BJP और शिवसेना आगामी चुनाव साथ लड़ेंगी। विपक्ष शिवसेना के मुखपत्र सामना में छपने वाली खबरों को लेकर ज्यादा उत्साहित न हो। हम साथ बैठकर आपसी मतभेद दूर कर लेंगे।

छिंदम के बयान को लेकर विधान परिषद में हंगामा 
अहमदनगर महानगर पालिका के पूर्व उपमहापौर व BJP के निष्कासित नगरसेवक श्रीपाद छिंदम द्वारा छत्रपति शिवाजी महाराज पर की गई विवादित टिप्पणी को लेकर विधान परिषद में विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। राज्य सरकार की तरफ से दिए गए स्पष्टीकरण से नाराज विपक्ष के सदस्यों ने सदन से बहिर्गमन किया। बुधवार को सदन में शेकाप सदस्य जयंत पाटील ने छिंदम के विवादित टिप्पणी का मुद्दा उठाया। पाटील ने कहा कि BJP समर्थित सदस्य विनायक मेटे शिवाजी महाराज से जुड़े मामलों में गंभीर रहते हैं लेकिन छिंदम के बयान के बाद मेटे ने उनकी निंदा तक नहीं की। एक बयान तक जारी नहीं किया। इस पर मेटे ने कहा कि हमने छिंदम को सबक सिखाने के लिए अहमदनगर में अपने तरीके से आंदोलन किया। पाटील ने मुझे पर जो आरोप लगाए हैं वह गलत है। इस बीच सदन के नेता व प्रदेश के राजस्व मंत्री चंद्रकांत पाटील ने कहा कि छिंदम का मामला सामने आने के बाद क्षण भर का इंतजार किए बिना उनको पार्टी से निकाल दिया गया। पाटील के इस बयान के बाद विपक्ष के सदस्य सदन में हंगामा करते हुए सदन का बहिर्गमन किया। इसी बीच तालिका सभापति चंद्रकांत रघुवंशी ने सदन की कार्यवाही दस मिनट के लिए स्थगित कर दी। 

Created On :   14 March 2018 4:03 PM GMT

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story