बंद कोयला खदान के गड्ढे से गैस रिसाव, चरवाहे की की मौत, दो गंभीर

Gas leak from the pit of the closed coal mine, the death of the shepherd, two serious
बंद कोयला खदान के गड्ढे से गैस रिसाव, चरवाहे की की मौत, दो गंभीर
वेकोलि के पेंच क्षेत्र में सरफेस पर गैस रिसाव का पहला मामला बंद कोयला खदान के गड्ढे से गैस रिसाव, चरवाहे की की मौत, दो गंभीर




डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा। वेकोलि के पेंच क्षेत्र रावनवाड़ा में एक बंद खदान में हुए अवैध उत्खनन से बने गड्ढे से हुए गैस रिसाव में शनिवार को एक चरवाहे की मौत हो गई। इस हादसे में दो युवक बेहोश हो गए थे जिन्हें तत्काल उपचार के लिए वेकोलि अस्पताल में भर्ती कराया गया है। रावनवाड़ा नंबर 8 भूमिगत कोयला खदान लगभग 15 साल से बंद है। इस खदान में अवैध उत्खननकारियों ने गड्ढे खोद दिए हैं। अब इन गड्ढों से गैस का रिसाव हो रहा है, जिसके कारण सोमवार को एक चरवाहे की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि शाम 5 बजे रावनवाड़ा निवासी मृतक राजकुमार मानकर उम्र 50 वर्ष खदान के आसपास अपनी बकरियां चरा रहा था। अचानक मृतक की बकरी खदान में बनाए गए गड्ढे में गिर गई। राजकुमार बकरी को निकालने के गड्ढे में कूदा, लेकिन बकरी नहीं निकली तो उसने करीब ही मौजूद एक पड़ोसी और अपने बेटे को अवाज देकर बुलाया। तीनों जब बकरी निकालने का प्रयास कर रहे थे तभी वे बेहोश हो गए। तीनों को बेहोशी की हालत में ही परासिया अस्पताल पहुंचाया गया जहां राजकुमार की मौत हो गई। अन्य घायलों में मृतक का पुत्र चंदन मानकर 23 वर्ष और पड़ोसी सुजीत पहाड़े 24 वर्ष अस्पताल में भर्ती हैं, उनकी हालत ठीक बताई जा रही है।
आबादी क्षेत्र के करीब ही गैस रिसाव चिंता का विषय
यह हादसा बंद भूमिगत खदान में सरफेस पर हुआ है। घटना स्थल आबादी क्षेत्र के पास ही है। खदानों में मिथेन गैस पाई जाती है और संभावना है कि इस खदान से भी मिथेन गैस का ही रिसाव हुआ  है। ग्रामीणों का कहना है कि यहां अक्सर गैस रिसाव होता है, जबकि खदान क्षेत्र में अवैध उत्खनन कर ऐसे कई गड्ढे बनाए गए हैं।
पेंच क्षेत्र में सरफेस पर गैस रिसाव से मौत का पहला मामला
भूमिगत खदानों में गैस रिसाव होता रहता है लेकिन सरफेस पर गैस रिसाव से हादसे का यह पहला मामला है। अब तक सरफेस पर गैस रिसाव से कोई मौत पेंच क्षेत्र में सामने नहीं आई है। लेकिन समय बीतने की साथ अब भूमिगत खदानों से इस तरह के हादसों की संभावना ज्यादा हो गई है।
-10 लाख मिले मुआवजा
क्षेत्र में अवैध उत्खनन के कारण कई जगह खदानें धंसी हैं इस पर वेकोलि प्रबंधन को ध्यान देना चाहिए। मृतक के परिजनों को 10 लाख रुपए और घायलों को 1-1 लाख रुपए मुआवजा मिलना चाहिए।
सोहन वाल्मिक, विधायक, अध्यक्ष इंटक
-जहां खदानें धंसी हैं वहां पुराव जरूरी गैस रिसाव की पहले से जानकारी होना मुश्किल है, लेकिन बंद भूमिगत खदानों जहां अवैध उत्खनन होता है वहां पर मिट्टी धंसने की घटना होती है। इन क्षेत्रों में सर्वे कर पुराव होना चाहिए।
कुंवर सिंह, महामंत्री बीएमएस
-मामले की जांच के आदेश
रावनवाड़ा क्षेत्र में गैस रिसाव से मौत हेाने की जानकारी मिली है, अवैध खनन क्षेत्र में हमारा कोई हस्तक्षेप नहीं रहता है। जानकारी मिलने पर इस मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं।
निर्मल कुमार, प्रबंधक वेकोलि पेंच क्षेत्र

Created On :   18 Sept 2021 10:12 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story