जब डॉक्टर बोले, तब ही कराएं सीटी स्कैन

Get CT scan done only when the doctor says
जब डॉक्टर बोले, तब ही कराएं सीटी स्कैन
जब डॉक्टर बोले, तब ही कराएं सीटी स्कैन

डिजिटल डेस्क, नागपुर। कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या से जिले की स्वास्थ्य सुविधा पूरी तरह चरमरा गई है। अस्पतालों में बेड नहीं मिलने पर कई मरीज परेशान हो जाते हैं। घबराने के कारण कई तरह की लापरवाही बरतते हैं। इससे उनके स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के एमएस चेयरमैन डॉ. सुषमा ठाकरे ने  कहा कि जब डाॅक्टर बोले, तब ही सीटी स्कैन कराना चाहिए। उन्होंने लोगों के मन में उठने वाले कई सवालों के जवाब दिए।

यदि एक बार आरटीपीसीआर टेस्ट या एंटीजन टेस्ट पॉजिटिव आता है, तो दूसरी बार कंफर्म करने के लिए दोबारा जांच न कराएं।

सीटी स्कैन लक्षण के शुरुआती दौर में न करें। उस समय इंफेक्शन नहीं दिखता।

जब डॉक्टर बोले तब ही सीटी स्कैन कराएं। गलत समय पर सीटी स्कैन कराने से गलत जानकारी मिल सकती है।

दूसरी बार सीटी स्कैन कराने में भी जल्दबाजी न करें। इलाज के बावजूद सीटी स्कैन की रिपोर्ट में स्थिति खराब आ सकती है।

जब तक कार्यालयीन कार्य, यात्रा या कोई महत्वपूर्ण कार्य न हो जिसमें निगेटिव रिपोर्ट की जरूरत हो, तब तक अपने मन से निगेटिव रिपोर्ट के लिए दोबारा जांच न कराएं।

जिन मरीजों की रिपोर्ट एकसाथ पॉजिटिव आई है वह सभी एकसाथ रह सकते हैं, लेकिन जो कोविड से हाल ही में ठीक हुए हैं और रिपोर्ट निगेटिव आई है, उन्हें अलग रहना चाहिए।

जो महिलाएं बच्चों को स्तनपान कराती हैं और संक्रमित हैं, वह बच्चों को स्तनपान करा सकती है, लेकिन उन्हें सही ढंग से मास्क लगाना होगा। साथ ही पूरे हाथों को भी अच्छे ढंग से सैनिटाइज करना चाहिए। स्तनपान कराने से पहले  स्तन को भी पानी और साबुन से धोना चाहिए।

यदि बच्चों को लक्षण दिखाई देते हैं, तो साधारण दवाइयों से ठीक हो सकते हैं, लेकिन यदि बच्चों की स्थिति खराब होती है, तो पीडीयाट्रिशियन से सलाह लेनी चाहिए।

बुखार, बदन दर्द, स्वाद और स्मेल जाने वाले लक्षण दवाइयां पूरी होने के बाद भी रह सकते हैं। इसके लिए कुछ दिन या हफ्तों तक इंतजार करना होगा।

आइसोलेशन के पीरियड में बार-बार डॉक्टर के पास न जाएं। इससे आप भी परेशान होंगे और दूसरों को भी संक्रमित कर सकते हैं।

दवाइयों के लिए, खून की जांच और अन्य आवश्यक वस्तुओं के लिए बाहर न निकलें। जांच और दवाइयों के लिए व्यक्ति को घर पर ही बुलाएं।

घर में रहकर ऑक्सीजन सेचूरेशन और तापमान की जांच करते रहें। अधिक तापमान और ऑक्सीजन सेचूरेशन 90 प्रतिशत से कम रहने पर ही अस्पताल में भर्ती होने की स्थिति रहती है।

खाने में कोई पाबंदी नहीं

इसमें आप कुछ भी खा सकते हैं। दही, चावल, फल, बिस्कुट, अंडा मांसाहार, घर का सभी खाना खा सकते हैं। किसी भी खाने की मनाही नहीं है। सिर्फ आइस्क्रीम, कोल्डड्रिंक और फ्रिज की वस्तुएं न खाएं।

डॉक्टर को छोड़कर सोशल मीडिया से मिलने वाली जानकारी, किसी परिचित या इंटरनेट की जानकारी का पालन नहीं करें। इससे साइड इफेक्ट हो सकते हैं।

कोविड से रिकवर होने के बाद 8 हफ्ते तक वैक्सीन न लें।
 

Created On :   27 April 2021 5:17 PM IST

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